माघ मास में हिंदू धर्म से जुड़े कई त्योहार आते हैं और इसे काफी शुभ भी माना जाता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार माघ के महीने में द्वापर युग शुरू हुआ था. इसी माह में मौनी अमावस्या का त्योहार भी आता है. इस बार यह त्योहार गुरुवार 11 फरवरी यानी कल है. मौनी अमावस्या के साथ कई तरह की मान्यताएं और परंपराएं जुड़ी हुई हैं. मान्यता के अनुसार इसे कई दुखों से छुटकारा और सफलाता दिलाने वाली माना जाता है. इसके साथ ही इस दिन मौन धारण करने की भी पंरपरा है.
कौनसी चीजें की जाती हैं इस दिन दान
मौनी अमावस्या पर तिल, तिल के लड्डू, तिल का तेल, आंवला, वस्त्र, अंजन, दर्पण, स्वर्ण तथा दूध देने वाली गौ आदि का दान किया जाता है. इसके साथ ही गर्म कपड़े, दूध, खीर आदि भी दान किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन किए गए दान का विशेष फल मिलता है.
गंगा स्नान का विशेष महत्व
इस दिन मौन धारण किया जाता है. शास्त्रों में बताया गया है इससे विशेष तरह की ऊर्जा मिलती है. मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान का विशेष महत्व माना गया है. गंगा स्नान से भौतिक, दैहिक और दैविक तीनों तरब के पापों से छुटकारा मिलता है. यदि कोई किसी कारण से गंगा स्नान करने नहीं जा सकता वो किसी भी दूसरी नदी या सरोवर तट आदि में स्नान कर सकता है.
तिथि और शुभ मुहूर्त
पंचाग के अनुसार,मौनी अमावस्या आरंभ गुरुवार 11 फरवरी को 01:10:48 बजे से होगा और 12 फरवरी को 00:37:12 बजे तक यह रहेगी.
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