नई दिल्ली: जब किसी में सफलता न मिले. दिमाग काम करना बंद कर दे. तो समझ लेना चाहिए भगवान गणेश जी का आर्शीवाद नहीं मिल रहा है. नई नई परेशानियां घेरने लगें, कार्यकुशलता में कमी महसूस होने लगे तो भी समझ लेना चाहिए कि गणेश जी की कृपा नहीं हो रही है. भगवान गणेश को विघ्नहर्ता कहा गया है. जन्मकुंडली में बुध की स्थिति से पता लगाया जा सकता है कि गणेश क्यों खुश नहीं हैं.


आधुनिक जीवन शैली के चलते बुध की अहमियत व्यक्ति में महत्चपूर्ण हैं. जो लोग दिमागी तौर पर कार्य को संचालित करते हैं या फिर जिनकी जॉब में दिमाग का प्रयोग अधिक होता है तो ऐसे व्यक्ति के लिए बुध का मजबूत होना बेहद जरूरी है. बुध को बुद्धि का भी कारक माना गया है. बुधवार का दिन गणेश जी का कहलाता है. इस दिन पूर्जा अर्चना और कुछ उपायों को करके गणेश जी को प्रसन्न किया जा सकता है जिसके बाद अशुभ बुध ग्रह शुभ फल प्रदान करने लगता है.


जिन व्यक्तिओं को जॉब में अड़चन आती है, पढ़ाई में मन नहीं लगता है. धन की कमी बनी रहती है. व्यापार नहीं चलता है. शिक्षण कार्य संबंधी परेशानी आती है तो ऐसे लोगों को भी गणेश जी की शरण में आना चाहिए. गणेश जी बहुत जल्द प्रसन्न होने वाले भगवान हैं. वे अपने भक्तों को निराश भी नहीं करते हैं. गणेश जी को खुश करने के उपाय भी आसान हैं. भगवान गणेश की प्रिय वस्तुओं अर्पण करने से भी यह खुश होते हैं जैसे मोदक का भोग लगाने से गणेश प्रसन्न हो जाते हैं.


किसी नए कार्य की शुरूआत करने जा रहे हैं तो गणेश जी को जरूर खुश करें. बुधवार के दिन भगवना गणेश जी के सामने दूर्वा घास चढ़ाएं,गणेश मंत्र का जाप करें. घर में इनका चित्र या मूर्ति जरूर रखें. गणेश जी को दरिद्रता दूर करने वाला भी माना गया है जो लोग आर्थिक संकटों से जूझ रहे हैं उन्हें गणेश जी की आराधना जरूरी करनी चाहिउए. गाय को हरी घास खिलाएं. ऐसा करने से गणेश जी का सदा अपने भक्तों पर आर्शीवाद बना रहता है. इस बात का ध्यान रखें किसी का अपमान, कर्मचारियों को दुखी रखना,जानवरों को दुत्कारने और गुरुओं की बात न मानने से भगवान गणेश नाराज होते हैं.