Budh Ka Rashi Parivartan 2021: आज मई के पहले दिन यानी 1 मई को बुध, वृष राशि में प्रवेश कर रहें हैं, जहां कि राहु पहले से विद्यमान हैं. अर्थात बुध के वृष राशि में प्रवेश के समय राहु यहां मौजूद हैं. बुध के वृष राशि में प्रवेश से राहु के अशुभ प्रभाव में कमी आयेगी.
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, बुध को बुद्धि, वाणी, व्यापार, त्वचा और धन का कारक ग्रह माना जाता है. बुध, मिथुन और कन्या राशि के स्वामी हैं और मीन राशि में नीच राशिगत तथा कन्या राशि उच्च राशिगत संज्ञक माने जाते हैं. बुध के शुभ प्रभावों से व्यक्ति का जीवन सुखमय हो जाता है, तो वहीं बुध के अशुभ प्रभावों की वजह से कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. आइये जानें बुध के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए किये जाने वाले उपाय.
बुध के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए करें ये उपाय
बुध ग्रह के अशुभ प्रभावों के कारण विभिन्न जातकों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं के साथ अन्य कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. इससे बचने के लिए निम्नलिखित उपायों को करने से बुध के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिल सकती है.
भगवान गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं
ऐसा माना जाता है कि यदि कुंडली में बुध ग्रह के अशुभ प्रभाव हो तो उसे कम करने के लिए भगवान गणेश को मोदक का भोग लगाएं. उन्हें मोदक बेहद प्रिय है. इससे भक्त पर भगवान गणेश की कृपा होती है. जिससे अशुभ प्रभाव दूर होते हैं.
तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं
कुंडली में बुध के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए जातक को नियमित रूप से तुलसी के पौधे पर जल अर्पित करना चाहिए. इससे मां तुलसी का आशीर्वाद मितला है और अशुभ प्रभाव कम होता है.
इस मंत्र का जाप करें
जिन जातकों पर बुध ग्रह का अशुभ प्रभाव पड़ रहा है. उन्हें नीचे दिए गए मंत्रों का जाप करते रहना चाहिए. इससे अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है.
'ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय् नम:।।
हनुमान चालीसा का करें पाठ
जिन जातकों को बुध ग्रह के अशुभ प्रभाव से अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें रोजाना नियमित रूप से विधि विधान के साथ हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी तरह के अशुभ प्रभावों से मुक्ति मिल जाती है. हनुमान जी की कृपा से सभी तरह के दोष दूर हो जाते हैं.