Ramayan: परमाणु बम, रॉकेट और मिसाइल से भी खतरनाक थे रामायण के ये हथियार
Ramayan: रामायण काल के हथियार (Weapons) इतने उन्नत और खतरनाक थे जिनकी तुलना आज के बम (Bomb), रॉकेट (Rocket) और मिसाइल से की जाती है. आइये जानते हैं रामायण काल के ऐसी ही खतरनाक हथियारों के बारे में.
Ramayan: रामायण के पात्रों में कुछ नायक तो कुछ खलनायक भी थे. धर्म और सत्य के लिए रामायण काल में कई युद्ध (War) भी हुए, जिसमें हथियारों का इस्तेमाल हुआ. उस समय में भी ऐसे हथियार (Weapon) थे, जोकि आज आधुनियक समय के बम, रॉकेट और मिसाइल से भी अधिक खतरनाक थे.
महाभारत (Mahabharat) और रामायण जैसे ग्रंथों में कई बार युद्ध का जिक्र मिलता है. कभी असत्य को हराने के लिए, सत्य की जीत के लिए, कभी धर्म की रक्षा के लिए, कभी स्त्री रक्षा के लिए तो कभी कुल की रक्षा के लिए. हमेशा ही युद्ध हुए. कई पात्र तो ऐसे भी थे, जिन्हें किसी भी युद्ध में पराजित न होने और अमरता का वरदान प्राप्त था.
लेकिन प्रकृति के नियमों के विरुद्ध भला कौन जा सका है. आइये जानते हैं रामायण काल के ऐसी ही प्रमुख हथियारों के बारे में, जिनकी तुलना आज के समय के शक्तिशाली और विनाशकारी परमाणु बम (Nuclear weapon), रॉकेट और मिसाइल (Missile) से की जाती है.
ब्रह्मास्त्र (Brahmastra): इसका वर्णन कई स्थानों पर मिलता है कि रामायण काल या त्रेतायुग में ब्रह्मास्त्र का इस्तेमाल किया गया था. यह ऐसा हथियार था जिसका इस्तेमाल जीवन में केवल एक बार किया जा सकता था. ब्रह्मास्त्र की तुलना आज के ब्रह्मोस मिसाइल और परमाणु बम से की जाती है. त्रेतायुग में यह हथियार विभीषण (Vibhishana) और लक्ष्मण (Lakshman) के पास था. वहीं द्वापर या महाभारत में ब्रह्मास्त्र आचार्य द्रोणाचार्य, अश्वस्थामा (Ashwatthama), कृष्ण (Krishna), कुवलाश्व, कर्ण और अर्जुन के पास था.
गंधर्वस्त्र: गंधर्वस्त्र का इस्तेमाल 14 हजार असुरों को मारने के लिए हुआ था. गंधर्वस्त्र के बारे में केवल रावण को जानकारी थी. लेकिन भगवान राम (Lord Rama) ने इस हथियार को बेअसर किया था. इस हथियार के कारण असुरों को हर जगह केवल राम नजर आने लगे और वह एक दूसरे को ही मारने लगे थे.
प्रसवना (Prasavana): इस हथियार का इस्तेमाल भगवान राम ने रावण को मारने के लिए किया था. क्योंकि रावण को अमरता का वरदान प्राप्त था और अमृत के कारण वह मर नहीं पाता. रामजी ने प्रसवना हथियार का इस्तेमाल इसी अमृत को उखाड़ने के लिए किया था, जिससे रावण को मारा जा सके. विभीषण ने ही रामजी को इस हथियार के बारे में निर्देशित किया था.
मानवस्त्र: भगवान राम ने मारीच पर मानवस्त्र हथियार का इस्तेमाल करते हैं. बता दें कि मारीच ने एक स्वर्ण हिरण का रूप धारण कर सीता (Sita) का अपहरण करने में रावण की मदद की थी.
लक्ष्मण के पास थे इतने सारे हथियार
लक्ष्मण के पास विभिन्न तरह के हथियार थे, जिसका प्रय़ोग उन्होंने मेघनाद पर हमला करने के लिए किया था-
- वरुणास्त्र
- सौराष्ट्रस्त्रो
- महेश्वर
- इंद्रस्त्र
- नागपाश
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