Safalta Ki Kunji: ये एक चीज है सफलता का सबसे बड़ा शत्रु, इससे बर्बाद हो जाता है जीवन
Safalta Ki Kunji: क्रोध सफलता का सबसे बड़ा शत्रु है. इससे इंसान खुद भी बर्बाद होता है और दूसरों को भी बर्बाद कर देता है. ठीक उसी तरह जैसे एक माचिस की तीली दूसरों को जलाने से पहले खुद जलती है.
![Safalta Ki Kunji: ये एक चीज है सफलता का सबसे बड़ा शत्रु, इससे बर्बाद हो जाता है जीवन Motivational Quotes anger is biggest enemy of success Know Safalta Ki Kunji Safalta Ki Kunji: ये एक चीज है सफलता का सबसे बड़ा शत्रु, इससे बर्बाद हो जाता है जीवन](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/01/21/021e544f30edad9052d5cf6e4f9a4c351674290122146466_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Safalta Ki Kunji, Motivational Thoughts In Hindi: क्रोध ऐसी चीज है, जिससे व्यक्ति कभी सफलता को प्राप्त नहीं कर सकता है. इससे व्यक्ति के संबंध और उसकी चेतना नष्ट हो जाती है. क्योंकि क्रोध में व्यक्ति ऐसे कदम उठा लेता है, जिससे न केवल उसका बल्कि दूसरों का भी जीवन बर्बाद हो सकता है. क्रोध का अंत केवल पछतावा से ही होता है. इसलिए जहां तक संभव हो क्रोध से बचना चाहिए.
गीता उपदेश में भगवान कृष्ण अर्जुन को भी क्रोध से दूर रहने का संदेश देते हैं. क्योंकि क्रोध में व्यक्ति अच्छे-बुरे का अंतर नहीं समझ पाता है. आचार्य चाणक्य भी अपनी नीति में कहते हैं, कि व्यक्ति को क्रोध से बचना चाहिए. विद्वानों को भी यही मानना है कि क्रोध व अंहकार व्यक्ति का सबसे बड़ा दुश्मन है, इससे व्यक्ति हमेशा संकटों में फंसा रहता है और कभी भी सफलता को प्राप्त नहीं कर पाता.
क्रोध क्या है
जिस तरह सिक्के के दो पहलू होते हैं, ठीक उसी प्रकार मानव स्वभाव के भी दो पहलू हैं. इसमें प्रेम और क्रोध दोनों ही हैं. क्रोध एक ऐसी भावना है, जिससे मनुष्य के व्यवहार में परिवर्तन आ जाता है. इससे व्यक्ति की मनोस्थिति बिगड़ जाती है. क्रोध के साथ ही आलस्य, भय, निद्रा, तंद्रा, अहंकार जैसी चीजें भी सफलता के मार्ग पर बाधा उत्पन्न करती है. जिन लोगों में ये अवगुण होते हैं, वे कभी सफल नहीं हो सकते हैं.
सफलता प्राप्त करने के लिए क्रोध से रखें बैर
- व्यक्ति के मस्तिष्क में जिस क्षण क्रोध घर बना लेता है, उसी क्षण उसकी विचारशक्ति शून्य हो जाती है और विचारशक्ति के अभाव में वह सही निर्णय लेने में भी शून्य हो जाता है.
- किसी भी कार्य में सफलता के लिए सबसे जरूरी चीज है संकल्प लेना. लेकिन क्रोधावस्था में व्यक्ति का संकल्प भी क्षीण हो जाता है. क्रोधावस्था में व्यक्ति सही और गलत के बीच भेद नहीं कर पाता.
- आप अपने लक्ष्य की गतिविधियों में लगे रहें, यह सफलता प्राप्त करने के लिए लाभदायक भी होता है और इससे क्रोध नहीं आता.
- क्रोध से बचने का एकमात्र तरीका है अधिक से अधिक गतिविधियों में लगे रहना. क्योंकि रचनात्मकता से स्वभाव में सहजता और सहिष्णुता आती है, जिससे क्रोध में काबू पाना संभव होता है.
ये भी पढ़ें: Safalta Ki Kunji: इन 5 बातों को गांठ बांधकर इसके अनुरूप करें काम, हर क्षेत्र में मिलेगी सफलता
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.
ट्रेंडिंग न्यूज
टॉप हेडलाइंस
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)