Motivation Thought in Hindi: चाणक्य नीति के अनुसार बात करते समय शब्दों का चयन बहुत सोच समझ कर करना चाहिए. शब्दों की मार बहुत गहरी चोट करती है. इसलिए बातचीत के दौरान किन शब्दों का चयन करना चाहिए इस पर ध्यान देना चाहिए. पत्नी और बच्चों के सामने कभी भी गलत, अमार्यदित शब्द और आचरण प्रस्तुत नहीं करना चाहिए. इससे गरिमा को ठेस पहुंचती है और गलत संदेश जाता है. 


बच्चों के सामने श्रेष्ठ आचरण पेश करें
चाणक्य नीति कहती है कि बच्चों पर माता-पिता की बोली, भाषा और आदतों का सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है. इसलिए माता-पिता को इसका विशेष ध्यान रखना चाहिए. बच्चों के सामने कभी भी गलत और अमार्यदित भाषा आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए. इसका बच्चों पर बहुत ही गलत असर पड़ता है. इन बातों से उनका जीवन भी प्रभावित हो सकता है.


Sun Transit 2021 : धनु राशि में ग्रहों के राजा 'सूर्य' का गोचर इन राशि वालों को मिलेगी ख्याति और जॉब में प्रमोशन


चुभती हुई बातें न करें
चाणक्य नीति कहती है कि पत्नी के साथ कभी ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए जिससे दिल को कष्ट पहुंचे. पत्नी का हौंसला बढ़ाएं. कठोर और चुभने वाली बातें करने से आत्मविश्वास में कमी आती है. ऐसा करने से कलह और तनाव भी बढ़ता है. जीवन में कलह और तनाव होने से सफलता की रफ्तार धीमी पड़ जाती है. इसलिए इस बात का ध्यान रखना चाहिए.


घर के माहौल को अच्छा रखें
चाणक्य नीति के अनुसार घर का वातावरण बेहतर रखने का प्रयास करना चाहिए. घर का माहौल जितना अच्छा होगा. सकारात्मक ऊर्जा उतनी ही अधिक होगी. घर में अनुशासन और मर्यादा का पालन करना चाहिए. क्रोध और अहंकार से दूर रहकर स्वभाव में विनम्रता और भाषा में मधुरता रहनी चाहिए.


यह भी पढ़ें:
New Year 2022 : साल 2022 का आगाज करने जा रहे हैं तो इन बातों पर एक बार जरूर गौर कर लें, सफलता चूमेगी कदम


2022 में धन हानि से बचने के लिए ये राशि वाले करें ये काम, लक्ष्मी जी रहेंगी प्रसन्न