सफलता की कुंजी : सफलता की कुंजी कहती है कि सफल, स्वस्थ और सुमधुर जीवन का पहला और आखिरी मंत्र है- सकारात्मक सोच. यह अकेला एक ऐसा मंत्र है, जो व्यक्ति को जीवन में सफलता दिलाता है. सकारात्मक नजरिए वाला व्यक्ति हर मौसम में फलने वाले फल के जैसा होता है. जो अपने अच्छे स्वभाव और सोच से आस-पास के लोगों को भी बदल देता है. यह सर्व कल्याणकारी मंत्र है. शांति, संतुष्टि, तृप्ति और प्रगति का अगर कोई प्रथम पहलू है, तो वह सकारात्मक सोच ही है. सकारात्मकता से बढ़कर कोई पुण्य नहीं और नकारात्मकता से बढ़कर कोई पाप नहीं. सकारात्मकता से बढ़कर कोई धर्म नहीं और नकारात्मकता से बढ़कर कोई अधर्म नहीं. सकारात्मक सोचेंगे तो आगे बढ़ेंगे. तनाव आपके आसपास भी नहीं फटकेगा. याद रखें, सकारात्मक सोच का अभाव ही मनुष्य की निष्फलता का मूल कारण है.


कहते है सफलता की कोई मंजिल नहीं होती. यह तो एक यात्रा है, जो निरंतर चलती रहती है. इसमें वही आदमी सफल और सुखी है, जो हमेशा सकारात्मक सोच रखता है. जीवन के उद्देश्यों के प्रति प्रतिबद्ध होता है. आज हम बताने जा रहे है सुखी व सफल, जीवन के कुछ महत्वपूर्ण सूत्र. जिनके अनुकरण से मिलेंगे फायदे और बदल जाएगा आपका जीवन-



  • सर्वप्रथम जीवन की प्राथमिकताएं निश्चित करें. उन्हें कागज पर लिखे और उनका ध्यान रखें.

  • सफल व्यक्तियों की जीवनियों को पढ़ें, इससे आपको आदर्श स्थापित करने में आसानी होगी.

  • जिन्होंने उपलब्धियां पाई, उनसे परामर्श लें. अपने लक्ष्य और योजनाएं किसी को दिखाएं और परामर्श मांगें.

  • दूसरों की गलतियों से सबक लें.

  • आप जो चाहते हैं, उस पर एकाग्र हों, तभी उसे पा सकते हैं.

  • स्वास्थ्य ही धन है - अच्छी सेहत बनाए रखें.

  • जीवन में आगे बढ़ना है तो खतरा उठाना सीखें. खासतौर पर जब कुछ पाने के लिए कुछ गंवाना भी पड़े.

  • प्रतिदिन कुछ नया सीखें. प्रसन्नता का यही राज है. जब भी आप कुछ नया सीखते हैं, तो इससे प्रसन्नता ही बढ़ती है.

  • जीवन में निरंतर सुधार लाएं. जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में इसे दोहराएं, कभी रुके नहीं.

  • अपनी तुलना किसी दूसरे के साथ कभी न करें. सादा जीवन जिएं. अपने जीवन को कलात्मक बनाने का प्रयास करें.


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