Safalta Ki Kunji, Motivational Thoughts In Hindi: सफल होने और सफलता की कुंजी को प्राप्त करने के लिए हम कई तरह के प्रयास करते हैं. लेकिन जब मार्ग में एक के बाद एक कई तरह की बाधाएं उत्पन्न होने लगती है तो हम घबराकर हार मान लेते हैं और लक्ष्य को छोड़ देते हैं.


वहीं कुछ लोगों को ऐसा लगता है कि सफलता केवल उन्हें ही मिल सकती है जो बलवान और शक्तिशाली है. अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो छोटी सी चींटी के महत्वपूर्ण गुणों के बारे में आपको जरूर जानना चाहिए. इससे आप न सिर्फ हैरान रह जाएंगे बल्कि अपने लक्ष्य और सफलता को हासिल करने के लिए कोशिश और दृढ़ निश्चय भी करेंगे.


चींटियों के इन गुणों को अपनाकर मिलेगी सफलता



  • चींटी के शरीर में होती है ढाई लाख मस्तिष्क कोशिकाएं- शोध के अनुसार, चींटी के शरीर में लगभग ढाई लाख के करीब मस्तिष्क कोशिकाएं होती हैं. इन कोशिकाओं से चींटियां लगातार दिमाग चलाती है और अपने रहने-खाने की व्यवस्था में जुटी रहती है.
    सीख: चींटियों की तरह आप भी अपने शरीर और मस्तिष्क की मदद से अपने लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं.

  • चींटी को सोने की जरूरत नहीं होती- कहा जाता है कि दिमाग को चलाने के लिए चींटियों को सोने की भी जरूरत नहीं होती है. बल्कि वह कई बार झपकियां लेकर काम चला लेती हैं. शोध के अनुसार लगभग एक मिनट में चींटी हर दिन 250 झपकियां ले लेती है.
    सीख: चींटियों के इस गुण से आपको भी यह सीख लेनी चाहिए कि जब तक काम नहीं तब तक विश्राम नहीं.

  • खुद का 20 गुना वजन उठा सकती है चींटी- चींटियों पर किए गए शोध से यह पता चला है कि चींटी खुद का 20 गुणा या उससे भी अधिक वजन उठा सकती है. आपने देखा होगा कि नन्ही चींटियां कैसे खुद से अधिक वजन के भोजन को एक जगह से दूसरी जगह ले जाती है.
    सीख: आप कभी भी खुद को कम न आंके. चींटी की तरह आप भी अपनी क्षमता से अधिक बेहतर कर सकते हैं. इसके लिए केवल प्रयास और मेहनत की जरूरत है. इससे निश्चित ही आपको सफलता मिलेगी.

  • चींटियों को अकेले रहना पसंद नहीं- चींटियां ज्यादातर समूह के साथ ही नजर आती है. उन्हें अपने परिवार और कुनबे में ही देखा जाता है. समूह के साथ और एकजुट होकर चींटियां अपने से 10 गुणा आकार के समान का बोझ भी आसानी से उठा लेती हैं. कुछ लोग परिवार या समूह से अलग होकर सफल होने का प्रयास करते हैं. लेकिन इसका परिणाम यह होता है कि, उन्हें सफलता नहीं मिल पाती और वे समाज व परिवार से दूर होते चले जाते हैं.  
    सीखी: चींटियों के इस गुण से आपको यह सीख लेनी चाहिए कि एकता में ही बल है. एकजुट होकर पहाड़ को भी हिलाया जा सकता है और बड़े से बड़े लक्ष्य को भी प्राप्त किया जा सकता है.


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