Safalta Ki Kunji: इन बुरी आदतों से दूर रहने से मिलता है ज्ञान की देवी मां सरस्वती का आशीर्वाद
Motivational Thoughts in Hindi: चाणक्य नीति (Chanakya Niti) के अनुसार मां सरस्वती की कृपा से व्यक्ति ज्ञान की प्राप्ति करता है. जिसके पास ज्ञान है, उसके लिए कोई भी लक्ष्य कठिन नहीं है.
Safalta Ki Kunji, Motivational Thoughts in Hindi:सफलता की कुंजी कहती है कि ज्ञान के बिना जीवन कठिन है. जीवन को सरल और सुगम बनाने के लिए ज्ञान का होना बहुत ही आवश्यक है. शास्त्रों में ज्ञान की देवी, सरस्वती को माना गया है. मां सरस्वती की कृपा जिस पर होती है, वो व्यक्ति ज्ञान के मामले में निपुण होता है. ऐसे व्यक्ति को लक्ष्मी जी की भी कृपा प्राप्त होती है. ज्ञान की शक्ति से हर प्रकार के अंधकार को दूर किया जा सकता है.
गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि जिसके पास ज्ञान है, वो आदरणीय है. ज्ञान व्यक्ति को महान बनाता है. ज्ञान जिसके पास है, उसके हर स्थान पर सम्मान प्राप्त होता है. ज्ञान को प्राप्त करने के लिए व्यक्ति को कठोर संघर्ष भी करना पड़े तो व्यक्ति को घबराना नहीं चाहिए. सफलता की कुंजी कहती है कि इन आदतों से दूर रहकर ही ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है.
आलस- सफलता की कुंजी कहती है कि ज्ञान की प्राप्ति में आलस सबसे बड़ा शत्रु है. आलस से दूर रहकर ही ज्ञान को प्राप्त किया जा सकता है. आलस विद्यार्थियों के लिए सफलता में सबसे बड़ा बाधक है. आलस से दूर रहने के लिए व्यक्ति को कठोर अनुशासन का पालन करना चाहिए.
नशा- सफलता की कुंजी कहती है कि जो व्यक्ति नशा आदि से दूर रहता है, उसे मां सरस्वती और लक्ष्मी जी दोनों की कृपा प्राप्त होती है. नशा जैसी आदतों से घिरे व्यक्ति को सफलता प्राप्त करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है वहीं अपयश का भी सामना करना पड़ता है. इसलिए हर प्रकार के नशे से व्यक्ति को दूर रहना चाहिए.
क्रोध- सफलता की कुंजी कहती है कि क्रोध करने वाले व्यक्ति को सरस्वती जी का आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता है. क्रोध व्यक्ति का सबसे बड़ा शत्रु है. क्रोध करने वाला व्यक्ति सही और गलत का भेद नहीं कर पाता है, जिस कारण उसे हानि भी उठानी पड़ती है.
Safalta Ki Kunji: इन दो बुरी आदतों से दूर रहने से जीवन में मिलती है सफलता और सम्मान