Safalta Ki Kunji: सिर्फ ये दो आदतें ही जीवन में मिलने वाली सफलता से वंचित कर देती हैं, इनसे दूर ही रहें
Motivational Thoughts in Hindi: चाणक्य नीति (Chanakya Niti) के अनुसार जीवन में लक्ष्य बड़ा है तो गलत आदतों से दूरी बनाकर रखें. क्योंकि ये आदतें सफलता से वंचित भी कर देती हैं.
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Safalta Ki Kunji, Motivational Thoughts in Hindi: सफलता की कुंजी कहती है कि गलत आदतें व्यक्ति को सबसे अधिक अहित करती हैं. गलत आदतें कब व्यक्ति की प्रतिभा, कुशलता और क्षमता को नष्ट कर देती हैं, पता ही नहीं चलता है. इसलिए व्यक्ति को अपनी आदतों और आचरण को लेकर सदैव ही सर्तक रहना चाहिए.
गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि अवगुण सिर्फ और सिर्फ व्यक्ति को हानि ही पहुंचाते हैं. इनसे न तो दूसरों का और न ही स्वयं का कल्याण हो सकता है. विद्वानों की मानें तो अवगुणों से युक्त व्यक्ति को कोई भी पसंद नहीं करता है, समझदार लोग ऐसे व्यक्ति से दूरी बनाकर रखते हैं. क्योंकि अवगुणों से युक्त कब स्वयं और दूसरों का अहित कर दें, इसका अनुमान लगा पाना मुश्किल होता है. इसलिए ऐसे व्यक्ति से सतर्क रहना ही बेहतर है.
जीवन में बड़े लक्ष्यों को पाने के लिए श्रेष्ठ गुणों को अपनाना पड़ता है. श्रेष्ठ गुणों में ही सफलता का रहस्य छिपा होता है. जो लोग इस बात को ध्यान में रखते हैं, उन्हें कभी निराश नहीं होना पड़ता है. जीवन में यदि सफल होना चाहते हैं तो इन दो आदतों का तुरंत त्याग कर दें-
अहंकार- विद्वानों के अनुसार अहंकार व्यक्ति का सबसे बड़ा शत्रु है. इससे दूर ही रहना चाहिए. अहंकार में व्यक्ति कभी उचित और सत्य चीजों का सही आंकलन नहीं कर पाता है, जिस कारण उसे हानि उठानी पड़ती है. इतना ही नहीं कभी कभी अपयश का कारण भी बनता है. अहंकार करने वाले व्यक्ति को सम्मान प्राप्त नहीं होता है. अहंकार करने वाले व्यक्ति से लोग दूरी बनाना अधिक पसंद करते हंै.
क्रोध- विद्वानों की मानें तो क्रोध करना भी बुरी आदतों में से एक है. क्रोध करने वाला व्यक्ति किसी का प्रिय नहीं होता है. ऐसे व्यक्ति से लोग भय खाते हैं और दूर रहना अधिक पसंद करते हैं. क्रोध में व्यक्ति सही और गलत का भेद नहीं कर पाता है. ऐसे लोग अपनी प्रतिभा का भी पूर्ण लाभ नहीं उठा पाते हैं. ऐसा माना जाता है क्रोध करने वाले व्यक्ति को लक्ष्मी जी का भी आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता है.
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