Safalta Ki Kunji, Motivational Thoughts in Hindi: सफलता की कुंजी कहती है कि व्यक्ति अपने कर्मों के आधार पर सफलता और असफलता प्राप्त करता है. व्यक्ति जब श्रेष्ठ गुणों को अपना कर अच्छे कार्य करता है तो व्यक्ति को अपार सफलता और सम्मान प्राप्त होता है, वहीं जब गलत आदतों को अपना कर, बुरे कार्यों को करता है तो उसे अपयश प्राप्त होता है.
गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि व्यक्ति को सदैव अच्छी आदतों को अपनाने पर बल देना चाहिए. अच्छी आदतें व्यक्ति के सम्मान में वृद्धि करती हैं, ऐसे व्यक्ति का हर स्थान पर आदर किया जाता है, दूसरे लोग प्रेरणा प्राप्त करते हैं. वहीं जब व्यक्ति थोड़े से लाभ और लोभ के लिए गलत कार्यों को करने लगता है तो, उसे अपनो का भी साथ नहीं मिलता है, धीरे-धीरे उसके करीबी उससे किनारा करने लगते है यानि दूर जाने लगते हैं. इसलिए व्यक्ति को हमेशा अच्छे गुणों को अपना चाहिए.
मित्र को धोखा नहीं देना चाहिए- सफलता की कुंजी कहती है कि लाभ और अपने स्वार्थ के लिए कभी भी सच्चे मित्र को धोखा नहीं देना चाहिए. ऐसा करने से मित्रता को ठेस पहुंचती है, कभी कभी इन आदतों के कारण मित्र भी शत्रु बन जाता है. वहीं समाज में भी धोखा देने वालों को सम्मान की दृष्टि से नहीं देखा जाता है, इसलिए किसी को भी धोखा नहीं देना चाहिए.
अवगुणों का त्याग करें- सफलता की कुंजी कहती है कि अवगुणों का समय रहते यदि त्याग नहीं किया तो व्यक्ति कितना ही धनवार क्यों न हो उसकी पूंजी देखते ही देखते नष्ट हो जाती है. पूंजी की रक्षा ज्ञान से ही संभव है. इसलिए धन आने पर व्यक्ति को अधिक गंभीर और सतर्क हो जाना चाहिए. जो व्यक्ति गलत आदतों के चलते धन का अपव्यय करता है, उससे लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं, और उस स्थान का त्याग कर देती हैं.
Chanakya Niti: सेहत और धन के मामले में इन बातों का हमेशा रखना चाहिए, जानें चाणक्य नीति