Safalta Ki Kunji, Motivational Thoughts in Hindi: सफलता की कुंजी की कहती है कि व्यक्ति की सफलता उसके गुण और कुशलता पर निर्भर करती है. जो लोग श्रेष्ठ गुणों को अपनाते हैं वे सदैव ही श्रेष्ठ कार्य करते हैं. श्रेष्ठ गुणों के कारण ही व्यक्ति को हर स्थान पर सम्मान प्राप्त होता है ऐसे व्यक्ति दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं और समाज और राष्ट्र को भी नई दिशा देने में अपना योगदान देते हैं.


गीता में भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि श्रेष्ठ गुणों में ही श्रेष्ठ सफलता का रहस्य छिपा होता है. जो लोग स्वार्थ के कारण गलत आदतों को अपनाते हैं, वे स्वयं की प्रतिभा को नष्ट करते हैं, ऐसे लोग सम्मान से वंचित रहते हैं और सदैव तनाव और कुंठा से पीड़ित रहते हैं, ऐसे लोगों के जीवन सुख-शांति का अभाव रहता है. इसलिए व्यक्ति को सदैव अच्छे गुणों को अपनाने का प्रयास करना चाहिए. सफलता की कुंजी कहती है कि व्यक्ति को इन दो अवगुणों से हमेशा दूर रहने का प्रयास करना चाहिए, ये दो गुण कौन से हैं, आइए जानते हैं-


असत्य- सफलता की कुंजी कहती है कि जो लोग सफलता प्राप्त करने के लिए झूठ का सहारा लेते हैं. झूठ के जरिए अन्य लोगों को धोखा देने की कोशिश करते हैं ऐसे लोगों को कभी सच्ची सफलता और सम्मान प्राप्त नहीं होता है, जब ऐसे लोगों की सच्चाई लोगों के सामने आती है तो शर्मिंदा होना पड़ता है. ऐसे लोग विश्वास को खो देते हैं.


निंदा से बचें- सफलता की कुंजी कहती है कि निंदा से दूर रहने वाला व्यक्ति सदैव सकारात्मक ऊर्जा से भरा हुआ रहता है. सफलता में सकारात्मक ऊर्जा का अहम योगदान होता है. जो लोग दूसरों की बुराई यानि निंदा आदि में डूबे रहते हैं, वे नकारात्मक ऊर्जा से ग्रसित होते हैं. व्यक्ति को न निंदा करनी चाहिए और न ही निंदा सुननी चाहिए. इससे दूर ही रहना चाहिए.


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