Nag Panchami: नागपंचमी पर केवल 12 नागों की होती है पूजा, घर में आती है सुख, शांति और समृद्धि
Nag Panchami 2021: नाग पंचमी का दिन काल सर्प दोष से मुक्ति के लिए सबसे उत्तम होता है. परंतु इस दिन केवल इन्हीं 12 नागों की पूजा की जाती है. आइये जानें इन नागों के बारे में.
Nag Panchami 2021 Importance: सावन का महीना हिंदू धर्म में अति महत्वपूर्ण स्थान रखता है. वैसे तो यह पूरा महीना भगवान शिव की पूजा –उपासना के लिए समर्पित होता है. परंतु इस माह में कई ऐसे उपाय किये जाते हैं जिससे लोग विभिन्न ग्रहों के कई प्रकार केदोषों से मुक्त होते हैं तथा उन्हें विशेष लाभ प्राप्त होते हैं.
सावन का महीना विभिन्न पर्वों व त्योहारों का महीना है. इन्हीं प्रमुख त्योहारों में से एक नाग पंचमी का त्योहार है. यह त्योहार हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है. पंचांग के मुताबिक आज 13 अगस्त 2021 को नागपंचमी का त्योहार है. इस दिन नाग देवता का पूजन होता है. पौराणिक काल से ही नाग पंचमी के दिन सर्पों को देवता के रूप में पूजा जाता रहा है.
धार्मिक मान्यता है कि नाग पंचमी की पूजा से लोगों का जीवन कालसर्प दोष से मुक्त हो जाता है. वहीं भगवान शिव को नाग बहुत प्रिय है. वे अपने गले में नाग देवता वासुकी को लपेते हुये हैं.
नाग पंचमी पर इन 12 नाग की पूजा होती शुभ फलदायी
नाग पंचमी पर नागों की पूजा के समय उन्हें विशेष रूप से दूध अर्पित करना उत्तम माना गया है. हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार, नाग पंचमी के इस पावन शुभ अवसर पर इन बारह नागों की पूजा का ही विशेष महत्व का होता है. इनकी पूजा से काल सर्प दोष, राहु-केतु के कुप्रभाव, पितृ दोष आदि से मुक्ति मिलती है. इन 12 नागों के नाम इस प्रकार हैं.
- अनन्त
- वासुकि
- शेष
- पद्म
- कम्बल
- कर्कोटक
- अश्वतर
- धृतराष्ट्र
- शङ्खपाल
- कालिया
- तक्षक
- पिङ्गल नाग