नरसिंह जयंती के दिन ही भगवान विष्णु ने आधा नर और आधा सिंह का अवतार लिया था जिसे नरसिंह अवतार के रूप में जाना जाता है. इस पर्व को पूरे देश में मनाया जाता है. दक्षिण भारत में वैष्णव संप्रदाय के मानने वाले इस पर्व को बहुत श्रद्धा भाव से मनाते हैं. मान्यता है कि नरसिंह भगवान विपत्ति के समय अपने भक्तों की रक्षा करते हैं.
माना जाता है कि नरसिंह भगवान हर बड़े संकट से बचाते हैं. जिन लोगों के जीवन में आर्थिक संकट बना हुआ है, शत्रु परेशान कर रहे हैं या फिर कोई रोग लगातार पीड़ा पहुंचा रहा है तो ऐसे में नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह की पूजा अच्छे परिणाम देने वाली मानी जाती है.
नरसिंह जयंती कब है
नरसिंह जयंती वैशाख महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी को मनाई जाती है. इस बार यह चतुर्थी 6 मई को पड़ रही है.
नरसिंह जयंती शुभ मुहूर्त
5 मई 2020 को चतुर्दशी तिथि प्रारंभ होगी. इसका समय 23 बजकर 20 मिनट है. चतुर्दशी तिथि का समापन 6 मई को 19 बजकर 45 मिनट पर होगा.
पूजा विधि
भगवान नरसिंह की पूजा शाम के समय की जाती है. इस दिन भगवान नरसिंह की जल, प्रसाद, फल और पुष्प अर्पित करें. भगवान विष्णु पीतांबर प्रिय है इस दिन इसका अर्पण करना चाहिए. पूजा समापन के बाद जरुरमंदों को दान करें.
मंत्र
‘नैवेद्यं शर्करां चापि भक्ष्यभोज्यसमन्वितम्। ददामि ते रमाकांत सर्वपापक्षयं कुरु'
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