घर में देवताओं को वास होता है. घर का वास्तु देवताओं को प्रभावित करता है. वहीं वास्तु दोष होने पर घर पर इसके नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलते हैं. आइए जानते हैं कि वास्तु के मुताबिक कैसे ग्रहों को ठीक करें.


सूर्य ग्रह: ईशान कोण
घर में सूर्य ग्रह का स्थान उत्तर पूर्व (ईशान कोण) में माना गया है. इसके साथ ही वास्तु शास्त्र के मुताबिक पूजा का स्थान भी सूर्य से संबंधित होता है. जब ये सही होता है तो व्यक्ति को नौकरी की दिक्कत नहीं होने देते हैं. वहीं घर के लोगों का स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है.


चंद्रमा: पूर्व दिशा
चंद्रमा का स्थान घर में पूर्व दिशा माना गया है. बाथरूम या वॉसरूम से भी इसका संबंध होता है. जब ये वास्तु के मुताबिक होते हैं तो घर के स्वामी को मानसिक तनावों से दूर रखते हैं और लाभ प्रदान करते हैं.


मंगल: दक्षिण पूर्व
घर में मंगल का स्थान दक्षिण पूर्व (आग्नेय कोण) को माना गया है. घर की रसोई का संबंध भी मंगल से ही होता है. मंगल सही हों तो व्यक्ति के पराक्रम में वृद्धि करते हैं निरोग रखने में मदद करते है और व्यक्ति का चरित्र निखारते हैं.

बुध: बैठक
घर के सामने के बरामदे, स्वागत कक्ष, घर के मध्य के हाल में जहां अध्ययन याफिर बिजनेस संबंधी कार्य किए जाते हैं. ये सब बुध से प्रभावित क्षेत्र होते हैं. ये बुध के स्थान होते हैं. बुध ठीक होने पर व्यापार में लाभ दिलाते हैं और शिक्षा को बेहतर बनाने में सहयोग प्रदान करते हैं.


बृहस्पति: उत्तर-पूर्व दिशा
बृहस्पति ग्रह का संबंध घर के उत्तर दिशा में या उत्तर-पूर्व दिशा (ईशान कोण) से होता है यह स्थान पूजा पाठ और ध्यान लगाने के लिए उत्तम होता है. जब ये सही स्थिति में होते हैं तो मान सम्मान में वृद्धि होती है, धन के मामलें में सफलता दिलाते हैं.

शुक्र: शयनकक्ष
घर में शुक्र का स्थान दक्षिण से लेकर पश्चिम तक के क्षेत्र में जहां पर भोजन कक्ष, प्रसाधन कक्ष या विश्राम कक्ष को माना गया है. शुक्र सही होने पर घर के माहौल को खुशनुमा बनाते हैं. पति पत्नी के संबंधों को मधुर बनाते हैं. घर में समृद्धि बनी रहती है.


शनि: पश्चिम
शनि देव का स्थान घर में पश्चिम या पश्चिम-उत्तर के किनारे को माना गया है. घर की गौशाला भी शनि का स्थान होता है. शनि जब सही होते हैं तो व्यक्ति को धार्मिक बनाते हैं. ऐसे लोगों के पास जमीन जायदाद के मामले में सुखी होते हैं.

राहू - केतु: घर का मेन गेट
घर के मेन गेट के दाहिनी तरफ राहू का स्थान एवं बाईं तरफ केतु का स्थान माना गया है. ये दोनों ग्रह घर की रक्षा करने में मदद करते हैं. राहू का संबंध व्यक्ति की प्रतिष्ठा और मानसिक स्थिति से होता है. ये दोनो शुभ हों तो घर में अचानक खुशियों का माहौल बनाते हैं.