Navratri Ninth Day Siddhidatri Devi: आज नवरात्रि का नौवां दिन है और आज मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी. इस दिन का काफी महत्व माना जाता है.मां सिद्धिदात्री सभी तरह के सिद्धियों को देने वाली मां हैं. इस दिन मां के लिए ''या देवी सर्वभू‍तेषु मां सिद्धिदात्री रूपेण संस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:,'' का जाप करें. आइए जानते हैं आज कब और कैसे करें मां दुर्गा की पूजा करने से लाभ मिलेगा. साथ ही यह भी जानते हैं कि  नवमी की पूजा की विशेषता क्या है.


कब और कैसे करें मां दुर्गा की पूजा?


-6 अक्टूबर से शुरू हो चुकी है नवमी तिथि.


-6 अक्टूबर को 10 बजकर 54 मिनट तक अष्टमी थी.


-7 अक्टूबर को दोपहर 12 बजकर 38 मिनट तक नवमी तिथि है.


-दोपहर में नवमी समाप्त होने के बाद दशमीं शुरू होगी


-कुछ लोग दशमीं की पूजा 10.38 मिनट के बाद करते हैं.


-सूर्योदय के बाद भी कुछ लोग दशमीं की पूजा करते हैं.


-सूर्योदय तिथि से कल यानी 8 अक्टूबर को दशमीं की पूजा होगी.


-प्रातः पूजा में 06:17 - 12:38 मिनट के बीच हवन कर सकते हैं.


इस दिन हरा रंग पहनें, हरा धागा बांधें.


इस कन्या भोज भी करवाएं.


12:38 मिनट के बाद व्रत का पारण करें.


क्या है नवमी की पूजा की विशेषता?


आज मां सिद्धिदात्री या विजयादशमीं की उपासना सबसे अच्छी तिथि है. साधना का अपना तंत्र होता है. समय पूरा होने के बाद ही व्रत का पारण करें. व्रत का पारण करने के बाद ही पूजा पूरी होती है.


मां सिद्धिदात्री की पूजा कैसे करें?


-पूजा या हवन करें. इसके बाद कम से कम एक बार क्षमा प्रार्थना उच्चाई स्वर में करें. जय जगदम्बे कहकर आवाज लगाएं. मंत्र मां को समर्पित करने से कल्याण होगा.


नवमी पर मां सिद्धिदात्री की पूजा का महत्व


-आज मां सिद्धिदात्री या विजयादशमीं की उपासना सबसे अच्छी तिथि है.


-साधना का अपना तंत्र होता है. समय पूरा होने के बाद ही व्रत का पारण करें.


-व्रत का पारण करने के बाद ही पूजा पूरी होती है.