पृथ्वी पर सबसे पुराना मंदिर भारत में नहीं बल्कि इस मुस्लिम देश में मौजूद है?
World Oldest temple: भारत को वैसे तो मंदिरो की जननी कहा जाता है.क्योंकि यहां अलग-अलग धर्मों के कई तरह के मंदिर स्थित है.लेकिन विश्व का सबसे पुराना मंदिर भारत में नहीं हैं.
World Oldest temple: भारत को वैसे तो सबसे ज्यादा मंदिरो वाला देशा कहा जाता है क्योंकि यहां दुनिया भर में सबसे ज्यादा 6,48,907 मंदिर स्थित है. दूसरे नंबर पर अमेरिका आता है,यहां भी काफी संख्या में मंदिर स्थित है. लेकिन आज तक किसी ने नहीं सुना था कि किसी मुस्लिम देश में विश्व का सबसे पुराना मंदिर स्थित है, लेकिन दुनिया में आज यह सबको पता चल रहा है.
विश्व का सबसे पुराना मंदिर किस मुस्लिम देश में स्थित है
सबसे पुराना मंदिर दक्षिण-पूर्वी तुर्की के प्राचीन शहर उरफा से छह मील दूर स्थित है और इसका नाम है गोबेकली टेपे.
यह मंदिर पुरातात्वादियों के अनुसार,11,600 वर्ष पुराना है. यह मंदिर उस वक्त का है जब पृथ्वी पर धातु के औजार और मिट्टी के बर्तन भी विकसित नहीं हुए थे.यह मंदिर स्टोनऐंज से लगभग 6000 वर्ष पहले का है और इसके अलावा इस साइट का सबसे पहले इस्तेमाल नवपाषण काल में किया गया था.
गोबेकली टेपे एक चट्टानी पर्वत पर बना एक स्मारक है, लेकिन हाल ही हुए निष्कर्षों से पता चलता है कि यहां एक बस्ती बसी हुई थी जिसमें अनाज का व्यापक भंडारन, पानी की आपूर्ति और अन्य उपकरण लगाए गए. यहां स्थित कई स्तंभो को कपड़ों और जंगली जानवरों की मूर्तिकला से सजाया गया था. इसके अलावा यह 15 मीटर ऊँचा, 8 हेक्टेयर चौड़ा अन्य छोटी मोटी इमारातों व खदानों से घिरा हुआ है.
गोबेकली टेपे मंदिर का कब सर्वेक्षण किया गया था
इस मंदिर का सबसे पहली बार सर्वेक्षण 1963 में किया गया था. उसका बाद, जर्मन पुरातत्वविद् क्लॉस शमिट ने 1994 में इसकी महत्वता को पहचानने के लिए और खुदाई शुरु की, लेकिन 2014 में इनकी मृत्यु हो गई जिसके बाद भी खुदाई का काम जारी रहा. 2018 में गोबेकली टेपे को यूनिस्को की विश्व धरोहर स्थल के रुप में निमित किया गया था. खुदाई करते समय इसमें पुरात्तवविद् को पत्थर के आकार के जानवर का सिर मिला, पत्थर से बनी हुई सूअर की मूर्ति, नक्काशीदार पत्थर का खंभा आदि चीजें मिली थी. मंदिर के रुप में इसमें भगवान शिव की टूटी हुई मूर्ति, शेर का निशान वाली मूर्ति मिली.
यह भी पढ़ें- Mahakumbh Prayagwal: कुंभ में प्रयागवाल कौन होते हैं ? धार्मिक कार्य में इनकी अहम भूमिका क्यों है जानें
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.