31 अक्टूबर को है शरद पूर्णिमा(Sharad Purnima)...जो माता लक्ष्मी की आराधना के लिए बेहद ही विशेष दिन माना जाता है. कहते हैं इसी दिन मां लक्ष्मी समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुई थीं इसीलिए ये खास दिन इनके जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है. जिसे लक्ष्मी जयंती(Lakhmi Jayanti) के नाम से भी जाना जाता है. लिहाज़ा मां को प्रसन्न करना हो तो इससे बेहतर और कोई दिन हो ही नहीं सकता.  


इसके अलावा मान्यता है कि इस दिन चंद्रमा 16 कलाओं से युक्त होता है और इसकी चांदनी से अमृत बरसता है. तभी इस रात खीर बनाकर चांद की रोशनी मे रखी जाती है ताकि उस अमृत्व के कुछ अंश खीर में आ सके. बाद में खीर सभी को प्रसाद के रूप में बांटी जाती है. वहीं इस दिन देवी को प्रसन्न करने के कुछ खास उपाय शास्त्रों में बताए गए हैं. उनमें से एक है भोग...इस दिन मां लक्ष्मी(Maa Lakshmi) को विशेष प्रकार के भोग लगाने से उनकी असीम कृपा प्राप्त की जा सकती है. तो चलिए बताते हैं कि इस दिन देवी महालक्ष्मी को क्या कुछ भोग लगाया जा सकता है. 


मखाने का भोग


इस दिन माता लक्ष्मी को मखाने का भोग लगाना चाहिए इससे मां प्रसन्न होकर कृपा बरसाती हैं.


बताशे का भोग


मां को बताशे का भोग भी लगाया जा सकता है. और मां को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है. 


खीर का भोग


इस दिन देवी मां को खीर का भोग लगाना काफी पुण्यदायी माना गया है. सिर्फ शरद पूर्णिमा के दिन ही नहीं बल्कि हर शुक्रवार के दिन भी मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाया जाता है. खासतौर से चावल व मखाने से बनी हुई खीर का. कहते हैं इस भोग से माता जल्दी प्रसन्न होती हैं.


पाव का चढ़ावा


इस दिन पान भी मां लक्ष्मी को अर्पित किया जा सकता है. कहते हैं किसी भी तरह की पूजा में पान व सुपारी शुभ मानी जाती है. इसीलिए माता लक्ष्मी को भी इससे प्रसन्न किया जा सकता है.


दही का भोग


खासतौर से गाय के दूध से बनी दही का भोग लगाने से मां की कृपा हासिल की जा सकती है. भोग लगाने के बाद घर के सदस्यों को प्रसाद रूप में उसे बांटे इससे शुभ फल प्राप्त होता है.