Palm Sunday 2023: कब है पाम संडे या खजूर रविवार, ईसाई धर्म के लोगों के लिए क्या है इस दिन का महत्व, जानें
Palm Sunday 2023: पाम संडे या खजूर रविवार से ईसाई धर्मावलंबियों के पर्व की शुरुआत होती है. बाइबल के अनुसार, यीशु के यरुशलम पहुंचने पर लोग उनके स्वागत के लिए खजूर की डालियां लहराते हुए एकत्रित हुए थे.
Palm Sunday 2023 Date and Importance: मार्च-अप्रैल का महीना हिंदू, मुसलमान से लेकर ईसाई समुदाय के लोगों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है. इस माह हिंदू नववर्ष विक्रम संवत की शुरुआत हुई, चैत्र नवरात्रि और राम नवमी जैसे प्रमुख हिंदू व्रत-त्योहार पड़े. इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार यह 9वां और पवित्र रमजान का महीना है, जिसमें मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं.वहीं ईसाई धर्म के लोगों के लिए भी यह महीना बहुत खास है.
ईसाई धर्मावलंबियों के लिए यह महीना बहुत पवित्र और खास इसलिए भी है क्योंकि इसी महीने गुड़ फ्राइडे और ईस्टर है. ईसाईयों के लिए यह प्रमुख और बड़ा त्योहार माना जाता है और इसी के बीच आता है पाम संडे या खजूर रविवार. इस साल पाम संडे 02 अप्रैल 2023 को है.
क्या है खजूर रविवार
यह रविवार अन्य दिनों की अपेक्षा बहुत खास होता है. साथ ही यह दिन ईसाई धर्म के लोगों के लिए धार्मिक दिन होता है. पाम संडे से ही पवित्र सप्ताह की शुरुआत हो जाती है और इसका समापन ईस्टर के दिन होता है. दक्षिण भारत में पाम संडे को ‘पैसन संडे’ भी कहा जाता है. इस मौके पर विशेष प्रार्थनाएं आयोजित की जाती हैं, गीत गाए जाते हैं, बाइबल का पाठ किया जाता है और लोग चर्च जाते हैं. इस दिन लोग ताड़ के पत्तों का उपयोग करते हैं.
पाम संडे का महत्व
पवित्र बाइबल में पाम संडे के बारे में कहा गया है कि, प्रभु यीशू जब यरुशलम पहुंचे थे तब उनके स्वागत के लिए बड़ी संख्या में लोग खजूर की डालियां हाथों में लहराते हुए स्वागत के लिए खड़े थे. इसलिए इस दिन की याद में हर साल पाम संडे या खजूर रविवार मनाया जाता है और यीशू को सलीब पर चढ़ाए जाने से पहले उनका स्वागत किया जाता है.
पाम संडे से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
- पाम संडे से लेकर आगामी शुक्रवार और रविवार तक का दिन बहुत पवित्र माना जाता है. पाम संडे के बाद आने वाले शुक्रवार को गुड़ फ्राइडे और रविवार को ईस्टर का पर्व होता है.
- पाम संडे के दिन ईसाई धर्म के अनुयायी प्रभु के आगमन की खुशी में गीत गाकर इस दिन का स्वागत करते हैं.
- कहा जाता है कि प्रभु यीशू जब यरुशलम पहुंचे तो उन्होंने अपने शिष्यों से एक गधा लाने के लिए कहा, जिस पर बैठकर उन्होंने आगे की यात्रा की.
- पाम संडे के लिए लोग खजूर की डालियां चर्च लेकर जाते हैं और प्रभु के आगमन की खुशी में गीत गाते हैं. इसलिए इसे खजूर रविवार भी कहा जाता है.
- प्रभु यीशू का यरुशलम पहुंचना ईसाइयों के लिए खुशी का अवसर था. लेकिन उस समय उनके पास साज-सजावट के लिए कुछ खास चीजे नहीं थी. इसलिए लोगों ने खजूर के पत्तों और डालियों से यीशू का स्वागत किया. इसलिए इस दिन को खजूर रविवार कहा जाता है.
- पाम संडे के दिन से ही चर्च में प्रभु की आराधना, भक्ति और गीतों का सिलसिला शुरू हो जाता है, जोकि ईस्टर तक चलता है.
- खजूर रविवार में इस्तेमाल की गई खजूर की डालियों की पत्तियों को सालभर के लिए रख दिया जाता है और अगले साल इसे जलाकर इसकी राख बनाई जाती है, जिसका इस्तेमाल ऐश बुधवार या राख बुधवार पर किया जाता है.
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