हस्तरेखा वृहद विषय है. हाथ की हर रेखा में महत्वपूर्ण संकेत छिपा होता है. जीवन रेखा के साथ मंगल और शुक्र पर्वत पर एक सीधी रेखा चलती है. इसे मंगल रेखा कहते हैं. मंगल रेखा जीवन रेखा की सहयोगी रेखा होती है. जीवन में आने वाले अवरोधों को सहने की शक्ति देती है. आकस्मिक कठिनाइयों से उबरने का मनोबल देती है.


मंगल रेखा भू-संपत्ति का अधिकार दिलाती है. व्यक्ति परिवाार में सबको साथ लेकर चलता है. जन समाज में प्रतिष्ठा पाता है. जिस क्षेत्र में कार्य करता है. लगन और मेहनत से अपनी जगह बनाता है. मंगल रेखा अक्सर उन हाथों में देखी जाती है जिनमें जीवन रेखा पतली, कमजोर, टूटी, संकरी और अन्य विभिन्न दोषों से प्रभावित हो रही होती है.


जीवन रेखा की सहयोगी मंगल रेखा व्यक्ति को संघर्ष का सामना करने में सहायता करती है. आत्मबल और अनुशासन से व्यक्ति बडे़ से बड़े अवरोध का डटकर मुकाबला करता है. सफलता प्राप्त करता है. मंगल रेखा के साथ मंगल पर्वत भी अच्छा भरा हुआ और उभरा हुआ हो तो व्यक्ति शत्रुओं में घिरकर भी अपनी रक्षा करने में समर्थ होता है. अग्रिम पंक्ति का योद्धा हो सकता है.


मंगल रेखा ध्यान साधना और तपश्चर्या में भी सहायक होती है. आध्यात्मिक क्षेत्र से जुड़े जन मंगल रेखा के प्रभाव से कठिनतम कार्य भी सहजता से कर जाते हैं. मंगल रेखा जितनी अधिक लंबी होती है उतनी अधिक प्रभावशाली होती है. कई लोगों के हाथों में तो जीवन रेखा से मजबूत मंगल रेखा होती है.