Budh Panchak 2024: ज्योतिष में 27 नक्षत्र होते है. शुरुआत अश्विनी से होती है तो अंतिम नक्षत्र रेवती होती है. लेकिन अंतिम 5 नक्षत्र धनिष्ठा, शतभिषा, उत्तरा भाद्रपद, पूर्वा भाद्रपद और रेवती आते है. इन पांचों को पंचक कहा जाता है.


हिंदू धर्म में पंचक के दौरान कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित है, क्योंकि इसे अशुभ नक्षत्र माना जाता है और अशुभ समय में किया गया कोई कार्य शुभ परिणाम नहीं देता है. इस साल जून 2024 में पंचक कब है.


जून पंचक 2024 डेट (Panchak 2024 in June)


जून में पंचक 26 जून 2024 को प्रात: 01.49 मिनट से शुरू हो जाएगा. इसकी समाप्ति 30 जून 2024 को सुबह 07.34 मिनट पर होगी.


दिन के आधार पर तय होते हैं पंचक


वैदिक ज्योतिष के अनुसार पंचक पांच प्रकार के होते हैं, जिनमें से प्रत्येक वार (दिनों) पर आधारित होता है जैसे  शनिवार  के दिन शुरू होने वाला पंचक मृत्यु पंचक , रविवार के दिन शुरू होने वाला पंचक रोग पंचक, सोमवार से आरंभ होने वाले राज पंचक, अग्नि पंचक की शुरुआत मंगलवार से होती है. शुक्रवार के दिन शुरू होने वाला पंचक चोर पंचक कहलाता है. वहीं बुधवार से शुरू होने वाले पंचक को अशुभ नहीं माना जाता है.


अग्नि पंचक के नियम (Agni Panchak Rules)



  • पंचक के दौरान घास, लकड़ी आदि ईंधन एकत्रित नहीं करना चाहिए, इससे आग लगने का भय रहता है. अगर ऐसा करना पड़े तो माता गायत्री का हवन करवा कर लकड़ी के फर्नीचर की खरीदारी कर सकते हैं.

  • पंचक में चारपाई बनवाना भी अशुभ माना जाता है. कहते हैं ऐसा करने से कोई बड़ा संकट खड़ा हो सकता है.

  • दक्षिण दिशा में यात्रा न करें क्योंकि दक्षिण दिशा यम की दिशा मानी गई है. इस समय दक्षिण दिशा की यात्रा करना हानिकारक माना गया है. किसी कारणवश दक्षिण दिशा की यात्रा पर जाना ही हो तो हनुमान मंदिर में 5 फल चढ़ाकर यात्रा करें.

  • शास्त्रों के अनुसार पंचक में किसी की मृत्यु होने पर उसके दाह संस्कार को लेकर नियमों का पालन करना होता है.


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