Ganesh Chaturthi 2020 Date: गणेश चतुर्थी का पर्व बेहद पवित्र पर्व माना जाता है. हिंदू धर्म में भगवान गणेश प्रथम देव के रूप में पूजते हैं. भगवान गणेश सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने वाले देवता है. सच्चे मन और विधि पूर्वक भगवान गणेश जी की पूजा करने से जीवन में सुख शांति और समृद्धि आती है.
गणेश चतुर्थी का पर्व 22 अगस्त को मनाया जाएगा. इस दिन शुभ मुहूर्त में भगवान गणेश जी के 108 नाम सभी प्रकार की बाधाओं को दूर करने में सहायक हैं. यहां पर भगवान गणेश जी के 108 नाम दिए जा रहे हैं. जिनका सच्चे मन से जाप करने से भगवान गणेश जी का आर्शीवाद प्राप्त होेता है.
नामों के जाप के विधि
भगवान गणेश जी का जन्म दोपहर के समय हुआ था. पंचांग के अनुसार 22 अगस्त को चतुर्थी की तिथि है. चतुर्थी तिथि का आरंभ 21 अगस्त को रात्रि 11 बजकर 2 मिनट से होगा और चतुर्थी तिथि का समापन 22 अगस्त को रात्रि 7 बजकर 56 मिनट पर होगा. इस दिन गणेश पूजा का समय 22 अगस्त को सुबह 11 बजकर 7 मिनट से दोपहर 1 बजकर 42 मिनट तक है. पूजा के समय ही गणेश जी के इन नामों का जाप करना चाहिए.
गणेश जी के 108 नाम
1- बालगणपति
2- भालचन्द्र
3- बुद्धिनाथ
4- धूम्रवर्ण
5- एकाक्षर
6- एकदंत
7- गजकर्ण
8- गजानन
9- गजनान
10- गजवक्र
11- गजवक्त्र
12- गणाध्यक्ष
13- गणपति
14- गौरीसुत
15- लंबकर्ण
16- लंबोदर
17- महाबल
18- महागणपति
19- महेश्वर
20- मंगलमूर्ति
21- मूषकवाहन
22- निदीश्वरम
23- प्रथमेश्वर
24- शूपकर्ण
25- शुभम
26- सिद्धिदाता
27- सिद्धिविनायक
28- सुरेश्वरम
29- वक्रतुंड
30- अखूरथ
31- अलंपत
32- अमित
33- अनंतचिदरुपम
34- अवनीश
35- अविघ्न
36- भीम
37- भूपति
38- भुवनपति
39- बुद्धिप्रिय
40- बुद्धिविधाता
41- चतुर्भुज
42- देवदेव
43- देवांतकनाशकारी
44- देवव्रत
45- देवेन्द्राशिक
46- धार्मिक
47- दूर्जा
48- द्वैमातुर
49- एकदंष्ट्र
50- ईशानपुत्र
51- गदाधर
52- गणाध्यक्षिण
53- गुणिन
54- हरिद्र
55- हेरंब
56- कपिल
57- कवीश
58- कीर्ति
59- कृपाकर
60- कृष्णपिंगाक्ष
61- क्षेमंकरी
62- क्षिप्रा
63- मनोमय
64- मृत्युंजय
65- मूढ़ाकरम
66- मुक्तिदायी
67- नादप्रतिष्ठित
68- नमस्तेतु
69- नंदन
70- पाषिण
71- पीतांबर
72- प्रमोद
73- पुरुष
74- रक्त
75- रुद्रप्रिय
76- सर्वदेवात्मन
77- सर्वसिद्धांत
78- सर्वात्मन
79- शांभवी
80- शशिवर्णम
81- शुभगुणकानन
82- श्वेता
83- सिद्धिप्रिय
84- स्कंदपूर्वज
85- सुमुख
86- स्वरुप
87- तरुण
88- उद्दण्ड
89- उमापुत्र
90- वरगणपति
91- वरप्रद
92- वरदविनायक
93- वीरगणपति
94- विद्यावारिधि
95- विघ्नहर
96- विघ्नहर्ता
97- विघ्नविनाशन
98- विघ्नराज
99- विघ्नराजेन्द्र
100- विघ्नविनाशाय
101- विघ्नेश्वर
102- विकट
103- विनायक
104- विश्वमुख
105- यज्ञकाय
106- यशस्कर
107- यशस्विन
108- योगाधिप