Parsva Ekadashi Parana: परिवर्तिनी एकादशी व्रत का आज पारण है. चातुर्मास में परिवर्तिनी एकादशी व्रत का विशेष फल बताया गया है. मान्यता है कि इस एकादशी को भगवान करवट बदलते हैं. इसीलिए इस एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है. इस एकादशी को वामन एकादशी भी कहा जाता है.


एकादशी व्रत को सभी मनोकामनाएं को पूर्ण करने वाला व्रत माना गया है. 29 अगस्त को परिवर्तिनी एकादशी का व्रत था जिसका पारण 30 अगस्त को किया जाएगा.


परिवर्तिनी एकादशी व्रत का पारण नियम
एकादशी व्रत का पारण विधि पूर्वक करना चाहिए. ऐसा माना जाता है कि यदि एकादशी व्रत का पारण नियम अनुसार न किया जाए तो इसका पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता है. इसीलिए एकादशी में व्रत का आरंभ और पारण का विशेष ध्यान रखा जाता है. पारण से अर्थ व्रत को तोड़ने से है. यानि पारण में व्रत का समापन किया जाता है. मान्यता है कि एकादशी व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के बाद ही किया जाना चाहिए.


परिवर्तिनी एकादशी व्रत का पारण मुहूर्त
पंचांग के अनुसार भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है. 28 अगस्त को एकादशी की तिथि थी. 29 अगस्त को एकादशी का समापन प्रात: 8 बजकर 17 मिनट पर था. एकादशी व्रत का पारण अगले दिन किया जाता है. जिस कारण 30 अगस्त को परिवर्तिनी एकादशी व्रत का पारण प्रात: 05 बजकर 59 मिनट से 08 बजकर 21 तक किया जा सकता है.


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