Parivartini Ekadashi 2021: परिवर्तिनी एकादशी के दिन अनजाने में व्रत टूटने पर लगता है पाप, जानें क्या है इससे बचने के उपाय
Parivartini Ekadashi 2021: एकादशी का व्रत अन्य व्रतों में सबसे कठिन माना जाता है. कई बार अनजाने में भी व्रत टूट जाता है. ऐसे में व्रत के बाद मिलने वाले पुण्य की बजाए आप पाप के भागी हो जाते हैं.
Parivartini Ekadashi 2021: एकादशी के व्रत (ekadashi vrat) का हिंदू धर्म में काफी महत्व है. महीने में दो एकादशी पड़ती हैं. एक कृष्ण पक्ष में और दूसरी शुक्ल पक्ष में. भादो मास के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है. ये इस साल 17 सितंबर 2021 को मानई जाएगी. परिवर्तिनी एकादशी का व्रत दशमी की शाम यानी सूर्यास्त के बाद से शुरू होकर एकादशी के अगले दिन सूर्योदय के बाद खोला जाता है. एकादशी का व्रत अन्य व्रतों में सबसे कठिन माना जाता है. दूसरे व्रतों से लंबा होने के कारण व्रत के दौरान कई त्रुटी होने की भी संभावना रहती है. कई बार अनजाने में भी व्रत टूट जाता है. ऐसे में व्रत के बाद मिलने वाले पुण्य की बजाए आप पाप के भागी हो जाते हैं. ऐसे में व्रत टूटने के बाद लगने वाले पाप से बचने के उपाय अपना कर आप पाप से बच सकते हैं और दूसरे एकादशी के व्रत में थोड़ी सावधानी बरत सकते हैं. आइए डालते हैं एक नजर व्रत टूटने के पाप से बचने के उपाय पर...
व्रत भंग के दोष को दूर कैसे करें (When Your Fast Broke Unknowingly)
1. एकादशी का व्रत भगवान विष्णु (Lord Vishnu) को समर्पित है. अगर व्रत किसी कारणवश टूट जाता है तो उनकी उपासना करते हुए माफी मांगनी चाहिए. उनसे अपनी गलती मांगते हुए आगे न होने की बात कहें.
2. ये व्रत भगवान विष्णु को समर्पित होने के कारण उनकी मूर्ति बनाकर उसको सबसे पहले दूध, दही, शहद और शक्कर से बने पंचामृत (Panchamrat) से स्नान कराना चाहिए.
3. आपके द्वारा बनाई गई मूर्ति पर गंध, अक्षत, फूलों और सोलह तरह की पूजा की सामग्रियों को इकट्ठा करें और उससे भगवान विष्णु की पूजा करें.
4. व्रत टूटने पर लगने वाले पाप से बचने के लिए दान पुण्य का भी काफी महत्व है. किसी ज्ञानी पंडित से बात करके किसी जरूरतमंद या गरीब को दान अवश्य दें. इससे भगवान को मनाने में मदद मिलेगी.
5. भगवान विष्णु का व्रत टूटने पर उनके मंत्रों का पाठ करें और उनकी पूजा कर उनसे अपनी गलती की क्षमा मांगे.
6. एकादशी का व्रत (Ekadashi Vrat) टूटने पर घर में उन भगवान का हवन जरूर करें, जिनका व्रत टूटा है. हवन के बाद हाथ जोड़कर भगवान विष्णु से प्रार्थना करें कि हमसे जो व्रत भंग हुआ था उसका दोष दूर करें और व्रत को पूर्ण करें. भविष्य में इस तरह की त्रुटी दोबारा नहीं होगी.
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