Paush Month 2022 Niyam: मार्गशीर्ष के बाद हिंदू कैलेंडर का 10वां महीना पौष शुरु हो जाएगा. इस साल पौष मास की शुरुआत 9 दिसंबर 2022, शुक्रवार से हो रही है. इस माह में सूर्य देव की उपासना भग के रूप में करनी चाहिए. भग, सूर्य का ही स्वरूप हैं.
पितरों की शांति के लिए श्राद्धकर्म और पिंडदान करने का ये उत्तम समय है. इससे पूर्वज प्रसन्न होकर अपने वंशजों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं और मोक्ष को प्राप्त होते हैं.आइए जानते हैं इस महीने में किन उपायों को करने से धन, कीर्ति, सौभाग्य प्राप्त होगा और किन चीजों में सावधानी बरतनी चाहिए.
पौष माह कब से कब तक - 9 दिसंबर 2022 - 6 जनवरी 2023 (इस बार पौष माह कुल 29 दिन का होगा)
पौष माह में क्या करें: (Paush Month do's)
उगते सूर्य के अर्घ्य
पौष माह को लेकर मान्यता है कि इस महीने सूर्य ग्यारह हज़ार रश्मियों के साथ व्यक्ति को उर्जा और उत्तम सेहत प्रदान करते हैं, इसलिए रोजाना सुबह सूर्य के उदय होने पर ताम्बे के पात्र से जल चढ़ाएं. अर्घ्य देने के लिए जल में लाल चंदन, लाल फूल भी मिला लें और "ॐ आदित्याय नम: मंत्र बोलते हुए जल अर्पित करें. इससे आत्मविश्वसा में वृद्धि, अच्छी सेहत और संपन्नता का आशीर्वाद मिलता है.
सूर्य प्रतिमा
इस माह में किसी भी रविवार को तांबे से बनी सूर्य की प्रतिमा घर में लाना शुभ होता है. इन्हें सूर्य देव के मंत्रों का जाप करते हुए पूजा स्थल में रखना चाहिए. मान्यता है सूर्य की प्रतिमा घर में होने से व्यक्ति का मान सम्मान बढ़ता है साथ ही करियर और एजुकेशन में भी लाभ मिलता है.
वस्त्र-भोजन
पौष माह में शीत ऋतु का प्रभाव तेज होता है ऐसे में बीमारियों से बचने के लिए अजवाइन, लौंग, गुड़, घी, का सेवन अत्यधिक करें. ये स्वस्थ लाभ प्रदान करेगा. शास्त्रों के अनुसार इस महीने में लाल या पीले रंग के वस्त्र का ज्यादा इस्तेमाल करें. लाल सूर्य देव का प्रिय रंग है. मान्यता है इनके उपयोग से भाग्योदय होता है.
दान
कहते हैं जिन लोगों की कुंडली में सूर्य शुभ स्थिति में नहीं है, उन्हें सूर्य को प्रतिदिन अर्घ्य देने के साथ इस महीने में सूर्य से संबंधित चीजें जैसे तांबा, लाल वस्त्र, गुड़, गेंहू, मसूर की दाल, का दान करना शुभ फल देता है. तिल या फिर चावल और अरहर की दाल की खिचड़ी में घी डालकर भी दान कर सकते हैं. ये उपाय कोई भी कर सकता है.
पौष माह में क्या न करें (Paush Month dont's)
- पौष माह को बहुत पवित्र महीना माना गया है लेकिन फिर भी इसमें कोई नए काम जैसे नए बिजनेस की शुरुआत नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इसी माह में सूर्य धनु राशि में प्रवेश करते हैं जिसके बाद खरमास लग जाता है.
- 16 दिसंबर 2022 से खरमासा शुरू होंगे. इसमें मांगलिक कार्य करने पर रोक लग जाती है. कहते है इस अवधि में शुभ कार्य करने के फल प्राप्त नहीं होता.
- पौष माह में नमक, मसालेदार भोजन, चीनी, तामसिक भोजन, मदिरा का सेवन न करें. इससे स्वास्थ पर नकारात्मक असर पड़ता है.
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