मोर एक बहुत ही सुंदर पक्षी है. और इसकी सुंदरता में चार चांद लगाते हैं इसके पंख. जो देखने में बहुत ही सुंदर लगते हैं. यही कारण है कि लोग इन्हें घर में सजावट के तौर पर भी इस्तेमाल करते हैं. इन पंखों का हिंदू धर्म में काफी महत्व है. क्योंकि ये भगवान कृष्ण के श्रृंगार का अहम हिस्सा है. कहते हैं बिना मोर पंख के कन्हैया का श्रृंगार नहीं किया जा सकता. तो वहीं हिंदू धर्म में अन्य देवी देवताओं को भी मोर पंख अति प्रिय होता है. भगवान कार्तिकेय का तो वाहन ही मोर है. लेकिन इसके अलावा मोर पंख वाकई बहुत चमत्कारिक है जो कई तरह के वास्तु दोषों को दूर करता है. 


ग्रह दोष से मुक्ति


कहते हैं मोरपंख ग्रह दोष से मुक्ति दिलवाने में सबसे कारगर होता है. अगर कोई ग्रह दोष से पीड़ित हो तो मोरपंख हाथ में लेकर 21 बार ग्रह मंत्र का जाप करें और उस पर गंगाजल के छीटें मारते रहे. इसके बाद मोर के पंख को किसी ऐसे स्थान पर रखे दें जहां से उस पर सभी की नजर पड़ती रहे। आपके ग्रह दोष दूर हो जाएंगे. 


राहु दोष से रखता है दूर


वहीं अगर आपकी कुंजली में राहु दोष हो या फिर राहु से आपको किसी तरह की परेशानी झेलनी पड़ रही है तो मोरपंख को घर की पूर्व दिशा या फिर उत्तर पश्चिम दिशा की दीवार पर लगा दें. ऐसा करने से आपको काफी लाभ मिलेगा. 


वास्तु दोष से बचाव


भगवान कृष्ण को अति प्रिय ये मोर पंख आपको केवल ग्रह दोष व राहु दोष से ही नहीं बचाता बल्कि वास्तु दोष भी दूर करता है. अगर आप भी वास्तु दोष से पीड़ित हैं तो घर में मोर पंख ज़रुर रखें. इससे वास्तु दोषों से पड़ने वाला प्रभाव कम होता है. 


शत्रु बाधा से मुक्ति


अगर आप किसी शत्रु से परेशान हैं तो मंगलवार या शनिवार की रात एक उपाय किया जा सकता है. हनुमान जी की प्रतिमा के माथे का सिंदूर लेकर उससे एक मोरपंख पर शत्रु का नाम लिख दें और उसे पूजा घर में रखें.  सुबह उठकर आपको वो मोरपंख बहते हुए पानी में प्रवाहित कर देना है. 


घर में आती है खुशहाली


वहीं ऐसा भी माना जाता है कि घर में मोरपंख लगाने से खुशहाली आती है और सदस्यों के बीच परस्पर तालमेल व प्यार बना रहता है. मोर पंख नकारात्मक उर्जा को दूर रखने के साथ साथ घर का वातावरण सकारात्मक बनाता है.