Astrological tips for Pitrdosh Shanti: हर मनुष्य अपने कैरियर को लेकर हमेशा सचेत रहता है. इसके लिए आवश्यक है कि उसमें कुछ ऐसा दोष न हो जिससे उसके प्रगति में बाधा हो. हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार पूर्वजों का कर्म हमारे ऊपर असर डालता है. अगर आप पूर्वजों को प्रसन्न रखते हैं. तो उससे हमारे घर की सुख शांति और संपन्नता में वृद्धि होती है. इसके लिए आवश्यक है पितरों को प्रसन्न रखा जाए.
अमावस्या के दिन पूजा करके पित्रों को अर्घ्य दिया जाता है. बाद में गरीबों को दान दिया जाता है जिससे कारोबार संबंधी समस्या समाप्त हो जाती है और लोगों का आत्मविश्वास दृढ़ होता है. धन आगमन बढ़ता है और नौकरी या शिक्षा के क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है.
पितरों को प्रसन्न रखने के लिए किए जाने वाले उपाय
पितरों को प्रसन्न रखने के लिए उनकी पूजा एवं श्राद्ध कर्म का बहुत बड़ा महत्व है. अमावस्या के दिन पूजा करके दान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं. श्राद्ध कर्म अमावस्या के साथ- साथ किसी भी दिन किया जा सकता है.
प्रातः काल स्नान के बाद पानी में काला तिल और अक्षत डालकर पितरों को अर्घ्य दें. श्राद्ध के समय पितरों के पसंद का भोजन बनाएं और उसमें फल मेवा मिष्ठान रखकर किसी मंदिर में जाकर प्रसाद के रूप में वितरण करें. इसके साथ ही गरीब को दान दें. उससे मन को शांति प्राप्त होती है और पितृ प्रसन्न होते हैं.
अपने कारोबार में वृद्धि के लिए और सुख शांति संपन्नता के लिए पितरों का प्रसन्न रहना अति आवश्यक है. पितरों के नाम पर लोग गर्मी में काम आने वाली चीजें दान करते हैं या उन वस्तुओं का दान करते हैं जिससे लोगों को सहूलियत हो.
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