Pitru Paksha 2020: पितृ पक्ष में पूर्णिमा, प्रतिपदा, द्वितीया, तृतीया, चतुर्थी, पंचमी, षष्टी, सप्तमी, अष्टमी, नवमी, दशमी, एकादशी, द्वादशी, त्रयोदशी, चतुर्दशी और अमावस्या की तिथि को श्राद्ध किया जाता है. पितृ पक्ष पूर्णिमा की तिथि से आरंभ होता है. पंचांग के अनुसार इस वर्ष पूर्णिमा तिथि 2 सितंबर तक है. पंचांग के अनुसार पूर्णिमा की तिथि 2 सितंबर प्रात: 10 बजकर 53 मिनट 42 सेकेंड तक रहेगी. मान्यता के अनुसार श्राद्ध कर्म दोपहर में किया जाना चाहिए.


पितृ पक्ष कब समाप्त हो रहे हैं

पंचांग के अनुसार पितृ पक्ष का समापन 17 सितंबर को होगा. इसके बाद 18 सितंबर से पुरुषोत्तम मास का आरंभ होगा. जो 16 अक्टूबर तक रहेगा. पुरुषोत्तम मास को ही अधिकमास कहा जाता है. इसके मलमास भी कहा जाता है.


पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म की तिथियां

1 सितंबर 2020: पूर्णिमा- पहला श्राद्ध
2 सितंबर: पूर्णिमा- दूसरा श्राद्ध
3 सितंबर: प्रतिपदा- तीसरा श्राद्ध
4 सितंबर: द्वितीया- चौथा श्राद्ध
5 सितंबर: तृतीया (महाभरणी)- पांचवा श्राद्ध
6 सितंबर: चतुर्थी- छठा श्राद्ध
7 सितंबर: पंचमी- सांतवा श्राद्ध
8 सितंबर: षष्ठी- आंठवा श्राद्ध
9 सितंबर: सप्तमी- नवां श्राद्ध
10 सितंबर: अष्टमी- दसवां श्राद्ध
11 सितंबर: नवमी- ग्यारहवां श्राद्ध
12 सितंबर: दशमी- बारहवां श्राद्ध
13 सितंबर: एकादशी- तेरहवां श्राद्ध
14 सितंबर: द्वादशी- चौदहवां श्राद्ध
15 सितंबर: त्रयोदशी- पंद्रहवां श्राद्ध
16 सितंबर: चतुर्दशी- सौलवां श्राद्ध
17 सितंबर: (सर्वपितृ अमावस्या)- सत्रहवां श्राद्ध


Pitru Paksha 2020: 1 सितंबर से शुरू हो रहे हैं श्राद्ध, इन बातों का रखें विशेष ध्यान