Pitru Paksha 2021 Start Date and Time: पंचांग के अनुसार 21 सितंबर 2021, मंगलवार को आश्विन मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से पितृ पक्ष का विधिवत आरंभ होगा. पितृ पक्ष को हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण माना गया है. पितृ पक्ष में पितरों के प्रति आदर और सम्मान प्रकट किया जाता है, उनके कार्य और योगदान के प्रति आभार व्यक्त किया जाता है.
पितृ पक्ष में किए गए कार्यों से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. ऐसा माना जाता है कि पितृ पक्ष में पितर प्रसन्न होते हैं तो जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती है. पितृ जब नाराज होते हैं, तो कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. जीवन में इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो समझ लेना चाहिए पितृ नाराज हैं-
- जमा पूंजी धीरे-धीरे नष्ट होने लगती है.
- घर में तनाव और कलह का माहौल बना रहता है.
- घर के सदस्यों में हमेशा विवाद की स्थिति बनी रहती है.
- घर के बड़े सदस्यों के सम्मान में कमी आने लगती है.
- रोग से छुटकारा नहीं मिलता है.
- जॉब और व्यापार में परेशानियां बनी रहती हैं.
- कर्ज की स्थिति बनी रहती हैं.
- मानसिक तनाव और अज्ञात भय की स्थिति बनी रहती है.
पितृ पक्ष में पितरों को ऐसे करें प्रसन्न
पितृ पक्ष में नित्य पितरों को याद करना चाहिए. घर में पितरों के द्वारा किए गए श्रेष्ठ कार्यों की चर्चा करनी चाहिए. पितरों के प्रति आदर का भाव रखें. घर की छत पर पक्षियों के लिए भोजन रखें. जानवरों को रोटी और चारा खिलाना चाहिए. पितृ पक्ष में भिक्षा मांगने वालों को विशेष ध्यान रखना चाहिए, उन्हें निराश नहीं करना चाहिए और उचित दान आदि देने का प्रयास करना चाहिए. पितृ पक्ष में क्रोध, अहंकार, नशा, लोभ, निंदा आदि से बचना चाहिए. मन में सकारात्मक विचार रखने चाहिए.
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