रविवार को दीपक जलाने से दूर होती है दरिद्रता, सूर्य होते हैं बलवान और भी हैं कई लाभ
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अप्रैल रविवार रात 9 बजकर 9 मिनट पर सभी भारतीय नागरिकों से दीया जलाने का आह्वान किया है. हिंदू धर्म में पूजा के दौरान दीपक जलाने की परंपरा है. दीपक जलाना एक शुभ क्रिया है जिसके पीछे कई मान्यताएं हैं. आइए जानते हैं.
इस समय पूरा देश भंयकर महामारी से जूझ रहा है. कोरोना वायरस के मामले में देश में तेजी से बढ़ रहे हैं. पूरी दुनिया इस महामारी से लड़ाई लड़ रही है. भारत भी इस बीमारी से पूरी ताकत से लड़ाई लड़ रहा है. पूरे देश में लॉकडाउन घोषित है लोग घरों में हैं. पीएम मोदी ने रविवार के दिन घर की लाइट बंदकर दीपक जलाने की सलाह दी है.
पौराणिक कथाओं के अनुसार दीपक जलाने से कष्टों दूर करने में मदद मिलती है. कोरोना वायरस एक तरह का कष्ट है जिससे पूरा देश डरा हुआ है. शास्त्रों में बताया गया है कि दीपक जलाने से जीवन में सुख समृद्धि आती है. इस समय जो माहौल पूरे देश में बना हुआ है उसके चलते लोगों में निराशा का भाव पैदा न हो इसके लिए दीपक जलाना एक शुभ प्रयास है. आज भी देश में लाखों लोग प्रतिदिन अपने घर में दीपक जलाते हैं.
ग्रहों की अशुभता दूर होती है
कुछ ऐसे ग्रह हैं जिनकी अशुभता को दूर करने के लिए दीपक जलाने की परंपरा है. सूर्य जब अशुभ फल प्रदान करने लगते हैं तो दीपक जलाया जाता है. रविवार को सूर्य की अशुभता को दूर करने के लिए दीपक जलाना फलदायी माना गया है. इस दिन सरसों के तेल से दीपक जलाना चाहिए. शनि की अशुभता को दूर करने के लिए भी दीपक जलाया जाता है.
दरिद्रता दूर होती है
घर में जब आर्थिक संकट आ जाता है और धन की कमी होने लगती है तो घर में घी का दीपक जलाया जाता है. इससे दरिद्रता का नाश होता है. आर्थिक संबंधी दिक्कतें दूर होने लगती हैं.
इस मंत्र के साथ जलाएं दीपक
शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा. शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपकाय नमोऽस्तु ते. दीपो ज्योति परं ब्रह्म दीपो ज्योतिर्जनार्दन:. दीपो हरतु मे पापं संध्यादीप नमोऽस्तु ते.
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