Pradosh Vrat 2024: प्रदोष व्रत शिव उपासना के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार त्रयोदशी तिथि भगवान शिव को समर्पित है. हर माह में दो प्रदोष व्रत आते हैं. मान्यता है कि कृष्ण और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत में की गई शिव आराधना वैवाहिक सुख, संतान की दीर्धायु और ग्रहों के पीड़ा से मुक्ति दिलाती है.


प्रदोष व्रत जो विवाहित महिलाएं करती हैं उनके जीवन में सुख और सौभाग्य की कभी कमी नहीं रहती. साल 2024 में प्रदोष व्रत कब-कब है, जानें डेट और मुहूर्त.


साल 2024 में कब-कब है प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2024 List)



  1. पौष प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 9 जनवरी 2024 (भौम प्रदोष व्रत)

  2. पौष प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 23 जनवरी 2024 (भौम प्रदोष व्रत)

  3. माघ प्रदोष व्रत (कृष्ण) -  7 फरवरी 2024 (बुध प्रदोष व्रत)

  4. माघ प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 21 फरवरी 2024 (बुध प्रदोष व्रत)

  5. फाल्गुन प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 8 मार्च 2024 (शुक्र प्रदोष व्रत)

  6. फाल्गुन प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 22 मार्च 2024 (शुक्र प्रदोष व्रत)

  7. चैत्र प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 6 अप्रैल 2024 (शनि प्रदोष व्रत)

  8. चैत्र प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 21 अप्रैल 2024 (रवि प्रदोष व्रत)

  9. वैशाख प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 5 मई 2024 (रवि प्रदोष व्रत)

  10. वैशाख प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 20 मई 2024 (सोम प्रदोष व्रत)

  11. ज्येष्ठ प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 4 जून 2024 (भौम प्रदोष व्रत)

  12. ज्येष्ठ प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 19 जून 2024 (बुध प्रदोष व्रत)

  13. आषाढ़ प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 3 जुलाई 2024 (बुध प्रदोष व्रत)

  14. आषढ़ प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 18 जुलाई 2024 (गुरु प्रदोष व्रत)

  15. सावन प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 1 अगस्त 2024 (गुरु प्रदोष व्रत)

  16. सावन प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 17 अगस्त 2024 (शनि प्रदोष व्रत)

  17. भाद्रपद प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 31 अगस्त 2024 (शनि प्रदोष व्रत)

  18. भाद्रपद प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 15 सितंबर 2024 (रवि प्रदोष व्रत)

  19. अश्विन प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 29 सितंबर 2024 (रवि प्रदोष व्रत)

  20. अश्विन प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 15 अक्टूबर 2024 (भौम प्रदोष व्रत)

  21. कार्तिक प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 29 अक्टूबर 2024 (भौम प्रदोष व्रत)

  22. कार्तिक प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 13 नवंबर 2024 (बुध प्रदोष व्रत)

  23. मार्गशीर्ष प्रदोष व्रत (कृष्ण) - 28 नवंबर 2024 (गुरु प्रदोष व्रत)

  24. मार्गशीर्ष प्रदोष व्रत (शुक्ल) - 13 दिसंबर 2024 (शुक्र प्रदोष व्रत)


प्रदोष व्रत महत्व (Pradosh Vrat Significance)


प्रदोष व्रत के दिन ऐसा माना जाता है कि शाम के समय यानी प्रदोष काल में शिवजी प्रसन्नचित मनोदशा में होते हैं. इस दौरान शिव जी की पूजा करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है. इस दिन  कच्चे दूध से भोलेनाथ का अभिषेक करने वालों की कुडंली में चंद्रमा मजबूत, शनि की महादशा से राहत मिलती है. इस व्रत को करने से सारे कष्ट और हर प्रकार के दोष मिट जाते हैं। कलयुग में प्रदोष व्रत को करना बहुत मंगलकारी होता है और शिव कृपा प्रदान करता है. सप्ताह में 7 सातों दिन प्रदोष व्रत का अपना अलग-अलग महत्व है.



  • सोम प्रदोष व्रत -  वैवाहिक जीवन में सुख-शांति देता है

  • भौम प्रदोष व्रत - स्वास्थ लाभ प्रदान करता है

  • बुध प्रदोष व्रत - एकाग्रता को बढ़ाचा है, लक्ष्य पर ध्यान क्रेंद्रित करने में मदद करता है

  • गुरु प्रदोष व्रत - विवाह संबंधी बाधाएं दूर करता है

  • शुक्र प्रदोष व्रत - ऐश्वर्य, धन और समृद्धि देता है.

  • शनि प्रदोष व्रत - शनि दोष से छुटकारा दिलाता है.

  • रवि प्रदोष व्रत - भक्तों को जीवन में दीर्घायु और शांति प्राप्त होती है.


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