Jyeshth Purnima 2021 Date: ज्योतिष शास्त्र में चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. चंद्रमा अशुभ होने पर व्यक्ति के जीवन में तनाव पैदा करता है. चंद्रमा को मां का कारक भी माना गया है. चंद्रमा को कैसे शुभ बनाया जाए, आइए जानते हैं-


ज्येष्ठ पूर्णिमा 2021
24 जून, गुरुवार को पंचांग के अनुसार ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि है. इस पूर्णिमा की तिथि को ज्येष्ठ पूर्णिमा भी कहा जाता है. इस दिन भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा का विशेष पुण्य बताया गया है. 


ज्येष्ठ पूर्णिमा, शुभ मुहूर्त (Jyeshtha Purnima 2021 Date)
ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत: 24 जून 2021, गुरुवार
पूर्णिमा की तिथि का आरंभ: 24 जून, गुरुवार को को प्रात: 03 बजकर 32 मिनट से.
ज्येष्ठ पूर्णिमा का समापन: 25 जून, शुक्रवार को रात्रि 12 बजकर 09 मिनट पर समाप्त.


चंद्रमा की पृथ्वी से दूरी
विज्ञान के अनुसार पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी 406860 किलोमीटर मानी गई है. चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा 27 दिन में पूर्ण करता है. चंद्रमा सूर्य से प्रकाश ग्रहण करता है.


चंद्रमा के अशुभ फल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब चंद्रमा अशुभ होते हैं तो व्यक्ति को मानसिक तनाव प्रदान करते हैं. इसके साथ ही ये माता के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं. चंद्रमा को मन का कारक बताया गया है. चंद्रमा जब अशुभ होते हैं तो व्यक्ति को सदैव भय बना रहता है. चंद्रमा अशुभ और पाप ग्रहों के साथ मिलकर भी अशुभ फल प्रदान करता है. शनि देव के साथ चंद्रमा की युति विष योग का निर्माण. राहु के साथ चंद्रमा की युति व्यक्ति का सिर दर्द, तनाव प्रदान करता है.


चंद्रमा का उपाय
चंद्रमा जब दूषित और पीड़ित हो जाए तो इसे शुभ बनाने के लिए पूर्णिमा दिन उत्तम माना गया है. इस दिन चंद्रमा की पूजा करने से इसकी अशुभता दूर होती है. ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को जल अर्पित करें और इस दिन भगवान शिव की पूजा करें. मां का आशीर्वाद प्राप्त करें. चंद्रमा भगवान शिव की पूजा करने से प्रसन्न होते हैं. चंद्रमा शिव जी के भक्त हैं.


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