Pushya Nakshtra 2023: आज पुष्य नक्षत्र में खरीदारी के अलावा जरुर करें ये 3 काम, खुल जाएंगे भाग्य
Pushya Nakshtra 2023: 18 जुलाई 20223 को पुष्य नक्षत्र का संयोग बना है. जिन लोगों की कुंडली में गुरु दोष है, तो इस दिन बृहस्पति के बीज मंत्र का जाप करें. जानते हैं पुष्य नक्षत्र का मुहूर्त
Pushya Nakshtra 2023: 18 जुलाई 20223 को पुष्य नक्षत्र का संयोग बना है. पुष्य नक्षत्र में सोना, चांदी आदि शुभ चीजों की खरीदारी करने घर में लक्ष्मी का वास होता है, धन, सौभाग्य में वृद्धि होती है. आज के दिन खरीदारी के अलावा भी कुछ ऐसे काम हैं जो कुंडली में गुरु की स्थिति को मजबूत करता है और हर कार्य में सफलता दिलाता है.
पुष्य नक्षत्र में विवाह को छोड़कर अन्य मांगलिक और महत्वपूर्ण कामों की शुरुआत की जाती है. आइए जानते हैं पुष्य नक्षत्र का मुहूर्त, इस दिन क्या करें.
पुष्य नक्षत्र 2023 कब से कब तक (Pushya Nakshtra 2023 Muhurat)
18 जुलाई 2023 को सुबह 05 बजकर 11 मिनट से पुष्य नक्षत्र शुरू हो चुका है. इसकी समाप्ति 19 जुलाई 2023 को सुबह 07 बजकर 58 मिनट पर होगी. 18 जुलाई, मंगलवार को खरीदारी और नए कार्य की शुरुआत करने का सबसे अच्छा दिन है.
पुष्य नक्षत्र का महत्व (Pushya Nakshtra Significance)
पाणिनी संहिता के अनुसार पुष्य सिद्धौ नक्षत्रे सिध्यन्ति अस्मिन् सर्वाणि कार्याणि सिध्यः। पुष्यन्ति अस्मिन् सर्वाणि कार्याणि इति पुष्य।। अर्थात पुष्य नक्षत्र में शुरू किए गए सभी कार्य पुष्टि दायक, सर्वार्थसिद्ध होते ही हैं, निश्चय ही फलीभूत होते हैं. पुष्य नक्षत्र के स्वामी शनि और गुरु बृहस्पति हैं, इसलिए पुष्य नक्षत्र में खरीदी हुई वस्तु शनि के प्रभाव के कारण स्थाई रूप से बनी रहती है और बृहस्पति देव के कारण वह समृद्धिदायी होती है.
पुष्य नक्षत्र में खरीदारी के अलावा करें ये काम
- जमीन, मकान या फिर वाहन खरीदने के लिए पुष्य नक्षत्र का दिन उत्तम माना जाता है.
- खरीदारी के अलावा पुष्य नक्षत्र में लक्ष्मी-नारायण की पूजा जरुर करें.
- इस दिन एकाक्षी नारियल की पूजा करने से व्यापार और नौकरी में तरक्की के रास्ते खुलते हैं. एकाक्षी नारियल को लक्ष्मी जी का स्वरूप माना गया है. पूजा के बाद इसे अपने धन स्थान पर रख दें.
- पुष्य नक्षत्र के योग में गाय की सेवा करें, उसे गुड़ खिलाएं, इससे आर्थिक स्थिति मजबूत होती है. छोटे बच्चों के उपनयन संस्कार के लिए यह दिन बहुत अच्छा माना जाता है.
- जिन लोगों की कुंडली में गुरु दोष है, जिसके कारण विवाह में अड़चने आ रही हैं तो इस दिन बृहस्पति के बीज मंत्र का जाप करें.
Adhik Maas 2023: 18 जुलाई से अधिकमास शुरू, जानें महत्व, एक माह तक क्या करें, क्या नहीं
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.