घर में इन स्थानों पर होता है राहू का प्रभाव, इनके बिगड़ने से मुसीबतों से घिर जाता है इंसान
कुंडली की ही तरह घर के अलग-अलग हिस्सों में अलग ग्रह के प्रभाव रहता है. इन स्थानों पर कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए, तो ग्रह बुरा फल देने लगते हैं.
कुंडली की ही तरह घर के अलग-अलग हिस्सों में अलग ग्रह के प्रभाव रहते हैं. इन स्थानों पर कुछ बातों का ध्यान न रखा जाए, तो ग्रह बुरा फल देने लगते हैं. ऐसे ही घर के इस स्थान पर राहू का प्रभाव होता है. अगर इन बातों का ध्यान न रखा जाए, तो जीवन मुसीबतों से घिर जाता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार राहु अचानक से मन में आने वाले विचारों का कारक है. राहु (Rahu) के सही होने पर व्यक्ति को बहुत से विचार आते हैं. वहीं, राहु खराब होने पर व्यक्ति मानिसक रूप से अस्वस्थ महसूस करता है. वाणी में कठोरता आ जाती है. इतना ही नहीं, व्यक्ति गलतफहमी का शिकार हो जाती है.
राहु के प्रभाव से भुतहा लगने लगता है घर
ज्योतिषीयों का कहना है कि अगर किसी व्यक्ति के घर पर राहु का बुरा असर होता है, तो वह मकान भुतहा लगने लगता है. इसके अलावा घर के आसपास कैक्टस, बबूल के पेड़ का उगना भी घर में राहु के होने का संकेत होता है. मान्यता है कि ऐसे घरों में हत्या या आत्महत्या होने के योग बनते हैं. कहते है कि अगर घर में राहु बिगड़ जाता है तो घरों में रिश्तेदारों का आना कम हो जाता है या फिर बंद ही हो जाता है.
इन जगहों पर होता है राहु का प्रभाव
घर का नैऋत्य कोण- ज्योतिष अनुसार घर का नैऋत्य कोण राहु का कोण माना जाता है. कहते हैं कि इस जगह पर कभी भी गंदगी नहीं रखनी चाहिए. ऐसा करने से घर में राहु दोष पैदा हो जाता है.
सीढ़ियां- वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की सीढ़ियां भी राहु का घर मानी जाती हैं. गलत दिशा, टूटी-फूटी या गंदी होने पर राहु बुरा फल देने लगता है.
शौचालय- टॉयलेट और वॉशरूम आदि को भी राहु का स्थान माना गया है. ये भी अगर गंदे हो, टूटे-फूटे हो या फिर गलत दिशा में बने हुए हो तो उसमें राहु दोष उत्पन्न होता है.
छत- घर की छत भी राहु का स्थान मानी जाती है. राहु के बुरे प्रभाव से बचाने के लिए छत पर कबाड़ जमा न होने दें. या फिर छत को गंदा रखने से भी राहु अशुभ फल देने लगता है. टूटी हुई छत को भी तुरंत सुधरवा लें.
कांटेदार झाड़ी- घर में या फिर घर के आसपास के हिस्सों में कांटेदार पेड़-पौधों का होना राहु दोष पैदा करता है.
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