(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
राहुल, अखिलेश और ममता के लिए आने वाले दिन कैसे रहेंगे, क्या कहते हैं इनके सितारे? जानें
भारत आजादी का जश्न मना रहा है, लोकतांत्रिक को मजबूत बनाने में राजनैतिक दलों की अहम भूमिका होती है. राहुल, अखिलेश और ममता विपक्ष के मुख्य नेता है, आने वाले दिनों में किस तरह की स्थिति रहेगी, जानते हैं.
Independence Day 2024: 15 अगस्त, यानि भारत (India) की आजादी का दिन, इसीदिन भारत के गुलामी से मुक्ति मिली थी. जिस समय भारत को आजादी मिली, उस समय देश के योग्य ज्योतिषाचार्यों ने आजाद भारत की कुंडली बनाई थी, भारतवर्ष की वर्षफल कुंडली (Kundli) से आज जानेंगे कि देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी और इनके नेताओं की स्थिति कैसी रहेगी.
कांग्रेस पार्टी (Congress) के अनुसार कुछ नए क्षेत्रों में राजनीतिक सफलता मिल सकती है लेकिन कई मामलों में मुकदमा और कोर्ट के चक्कर लगाने के योग बनेंगे. कई स्थानों पर व्यापक जन समर्थन मिलेगा और सफलता मिलेगी लेकिन कोई गुप्त योजना अथवा कोई घोटाले का दंश झेलना पड़ सकता है. कुछ अपने भीतर घात करेंगे.
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की कुंडली के अनुसार उनकी नेतृत्व क्षमता में बढ़ोतरी होगी. कई वक्तव्यों में उग्रता और आक्रामकता भी देखने को मिलेगी लेकिन कई बार उनके व्यक्तित्व पर प्रश्न चिह्न भी लग सकते हैं.
अल्पसंख्यकों और पिछड़ों का सपोर्ट मिलने की संभावना बनेगी. कुछ स्थानों पर उनके नेतृत्व में चुनावी जीत मिल सकती है. कांग्रेस शासित क्षेत्रों में कुछ नई योजनाएं शुरू की जा सकती हैं.
परिश्रम के अनुसार सफलता मिलने में संदेह रहेगा. विश्व में उनकी छवि एक बड़े नेता की बनेगी, लेकिन कुछ विदेशी ताकतें उनके विरुद्ध हो सकती हैं.
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को परंपरागत वोट बैंक का सहयोग मिलेगा और राजनीतिक स्थिति मजबूत होगी. कुछ महत्वपूर्ण सीटों पर विजय मिल सकती है. पार्टी का नेतृत्व एग्रेसिव होकर काम करेगा.
पार्टी पर लगे आरोपों का बराबर जवाब दिया जाएगा. कई स्थानों पर प्रबल स्थिति में रहेगी. आम आदमी पार्टी को कार्यकर्ताओं की कमी का अनुभव महसूस हो सकता है. विपक्षी दलों से सशर्त सहयोग मिल सकता है. स्थिति ज्यादा अनुकूल न होने के बावजूद कुछ स्थानों पर लाभ की स्थिति में रह सकते हैं.
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की प्रतिष्ठा दाव पर होगी. कुछ नए घोटाले और विवाद जोर पकड़ सकते हैं जिनमें मुख्यमंत्री का नाम उछाला जा सकता है. शीर्ष नेतृत्व को अनेक यात्राएं करनी पड़ेंगी और कई कार्यो में व्यर्थ समय भी नष्ट हो सकता है. गुप्त शत्रु परेशानी पहुंचाएंगे लेकिन कई क्षेत्रों में परंपरागत वोट बैंक का सहयोग मिलेगा.
यदि पूरे भारत की बात करें तो आम जनमानस के मन में चिंताएं रहेंगी. देश में मुकदमों की संख्या में वृद्धि होगी. वाद विवाद बढ़ सकते हैं. मानसिक तनाव बढ़ेगा. महिलाओं के लिए कुछ विशेष लाभ की योजनाएं बनेंगी.
समाज में महिलाओं का कद ऊंचा होगा और उन्हें अनेक प्रमुख स्थानों पर भागीदारी करने का मौका मिलेगा. युवाओं को खेलों और अन्य क्षेत्रों में प्रतिनिधित्व करने का मौका मिलेगा.
कुछ नई नौकरियों का सृजन होगा. आर्थिक तौर पर मंदी का सामना करने से फिलहाल भारत (India) बच सकता है और उसकी आर्थिक स्थिति में तेजी देखने को मिल सकती है.
यह भी पढ़ें- बांग्लादेश से आने वाले दिनों में संबंध होंगे खराब! चीन और नेपाल को लेकर भी कर दी ये बड़ी भविष्यवाणी