RakshaBandhan : रक्षाबंधन इस साल उदया तिथि और शोभन योग में मनाया जाएगा. यह योग इस पर्व के लिए बेहद शुभकारी होगा. इस दिन बहनों का भाई की कलाई पर राखी बांधने की परम्परा में सबसे जरूरी है, सही मुहूर्त का ध्यान. इस साल 21 अगस्त शनिवार को शाम 6:10 बजे से पूर्णिमा तिथि लग जाएगी साथ ही भद्रा की भी शुरुआत होगी, जो अगली सुबह 22 अगस्त रविवार की सुबह 5:35 बजे तक रहेगा. लिहाजा, पूर्णिमा का व्रत 21 तारीख को रखा जाएगा, लेकिन रक्षाबंधन 22 को ही मनाया जाएगा. इस तरह इस बार की राखी उदया तिथि और शोभन योग में मनाई जाएगी.


राहुकाल में शुभकार्यों से रखें परहेज
राहुकाल और भद्र्रा के समय कोई भी शुभ काम नहीं करना चाहिए. ऐसे में ध्यान रखना होगा कि आप 22 अगस्त को शाम 4.48 बजे तक राखी बांध और बंधवा लें. पूर्णिमा में भद्रा काल 21 की शाम 6.10 बजे से सुबह 5.35 बजे तक रहेगा. इस कारण रक्षाबंधन पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. 22 तारीख को शाम 4.49 से 6.26 तक राहू काल रहेगा.   


क्या उदया तिथि
हिंदू धर्म में उदया तिथि का खास महत्व है. ज्यादातर जानकार उदिया तिथि के त्योहार और व्रत को अच्छा मानते हैं. जो तिथि सूर्योदय के साथ शुरू हो, वह उदया तिथि कही जाती है. उदया तिथि का प्रभाव पूरे दिन रहता है. फिर चाहे दूसरी तिथि क्यों न शुरू हो गई हो.


क्या है शोभन योग 
सूर्य-चंद्र की विशेष दूरियों की स्थितियों को योग कहते हैं. 27 प्रकार के योग होते हैं. कुछ शुभ तो कुछ अशुभ. उन्हीं शुभ योगों में से एक है शोभन योग. इस योग के स्वामी बृहस्पति देव को माना जाता है. इसमें समस्त धार्मिक कार्य और यात्रा सफल होती है.    


रक्षा बंधन का मुहूर्त  
विशेष मुहूर्त- प्रात: काल 7:21 से 12 बजे तक 
दोपहर 1:37 मिनट से 3:31 मिनट तक 
अभिजित मुहूर्त 11:35 मिनट से 12.26 तक 
राहु काल - शाम 4:49 से 6:26 तक


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