Ayodhya Ram Mandir: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अयोध्या पहुंचे धीरेंद्र शास्त्री, कहा- रामराज्य का हुआ श्रीगणेश
Ram Mandir Inauguration: आज राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के समारोह में भाग लेने पहुंचे धीरेन्द्र शास्त्री ने राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर खुशी जताई और ये बात कही.
Ayodhya Ram Mandir: आज सोमवार 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन और रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के मौके अयोध्या पहुंचे बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री ने इस अवसर पर विशेष बात कही.
धीरेंद्र शास्त्री अयोध्या पहुंचे और रामलाल के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लिया. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से पहले धीरेंद्र शास्त्री जी ने मीडिया से राम मंदिर को लेकर बातचीत भी की. धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि, 22 तारीख का इंतजार केवल देश को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को है.हमारे लिए गर्व की बात है कि प्रभु श्रीराम मंदिर में विराजमान हो रहे हैं. रामराज्य पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि, देश में राम लहर चल रही है. उन्होंने ये भी कहा कि, जो राम का नहीं वो किसी काम का नहीं, इसे ही रामराज्य कहते हैं और रामराज्य का श्रीगणेश हो चुका है.
क्यों चर्चा में हैं धीरेंद्र शास्त्री
अयोध्या जाने के दौरान बागेश्वर धाम सरकार धीरेंद्र शास्त्री हवाई जहाज में हनुमान चालीसा का पाठ करते दिखे. इस दौरान अन्य यात्री भी उनके साथ भक्ति में लीन दिखे.
अयोध्या में पूजा का शुभ मुहूर्त
वर्षों बाद रामनगरी अयोध्या में रामजी का मंदिर बनकर तैयार हुआ है. आज राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की जाएगी, जो सनातन प्रेमियों के लिए खुशी, उत्सव और हर्ष से भरा है. अयोध्या में धार्मिक कार्यक्रम आज पौष मास की द्वादशी तिथि यानी 22 जनवरी को अभिजीत मुहूर्त में होगा. इसके साथ ही कार्यक्रम इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न और वृश्चिक नवांश में होगा. आज अयोध्या में रामलला की पूजा अभिजीत मुहूर्त में होगी. अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 17 मिनट से 12 बजकर 59 मिनट तक रहेगा. वहीं रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 84 सेकंड में की जाएगी. प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक है.
ये भी पढ़ें: कहानी उस दिव्य राजवंश की जहां जन्मे प्रभु श्रीराम, क्यों इसका नाम पड़ा 'इक्ष्वाकु कुल’, ’सूर्य वंश’ और ‘रघुकुल’
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.