Ramadan 2023 Sehri-Iftar Timing 10 April in India: इस्लाम धर्म का नवां और पवित्र महीने रमजान की शुरुआत 24 मार्च 2023 से हो चुकी है और 25 मार्च से रोजेदार रोजा रख रहे हैं. रमजान के महीने में 29 से 30 दिनों का रोजा रखा जाता है और इसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोग ईद का पर्व मनाते हैं. मुस्लिम धर्म में ईद को सबसे बड़ा त्योहार माना गया है.

रोजा का मतलब उपवास होता है. वहीं अरबी शब्दकोश में इसे सौम कहा जाता है. यही कारण है कि अरबी में रमजान के महीने को माह-ए-सियाम कहते हैं. रमजान में रोजेदार सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक रोजा रखते हैं. पूरे दिन भर बिना अन्न-जल ग्रहण किए रोजा रखने के बाद शाम में इफ्तार की जाती है. वही रोजा शुरू करने से पहले तड़के सुबह सहरी की जाती है.

इसलिए रमजान में रोजा रखने और खोलने के लिए सहरी और इफ्तार का बहुत महत्व होता है. लोग सहरी और इफ्तार का समय देखकर ही रोजा रखते और खोलते हैं. लेकिन रमजान के अलग-अलग दिनों और अलग-अलग शहरों में सहरी और इफ्तार के समय में भी फर्क होता है. जानें सोमवार 10 अप्रैल 2023 के लिए क्या है आगरा, दिल्ली, लखनऊ, कोलकाता, मुंबई, कानपुर, हैदराबाद, जयपुर और पटना समेत अन्य शहरों में सहरी और इफ्तार का समय.

                      रोजा 10 अप्रैल 2023, सहरी और इफ्तार का समय (Ramadan 2023 Sehri-Iftar Timing 10 April in India)

 

शहर का नाम सहरी का समय इफ्तार का समय
दिल्ली (Delhi) सुबह 4 बजकर 40 मिनट शाम 6 बजकर 48 मिनट
आगरा (Agra) सुबह 04 बजकर 40 मिनट शाम 6 बजकर 41 मिनट
लखनऊ (Lucknow) सुबह 4 बजकर 28 मिनट शाम 6 बजकर 30 मिनट
मुंबई (Mumbai) सुबह 5 बजकर 10 मिनट शाम 6 बजकर 55 मिनट
कोलकाता (Kolkata) सुबह 4 बजकर 04 मिनट शाम 5 बजकर 56 मिनट
हैदराबाद (Hyderabad) सुबह 4 बजकर 50 मिनट शाम 6 बजकर 48 मिनट
मेरठ (Meerut) सुबह 4 बजकर 37 मिनट शाम 6 बजकर 45 मिनट
अलीगढ़ (Aligarh) सुबह 4 बजकर 37 मिनट शाम 6 बजकर 42 मिनट
कानपुर (Kanpur) सुबह 4 बजकर 31 मिनट शाम 6 बजकर 32 मिनट
अहमदाबाद (Ahmedabad) सुबह 5 बजकर 07 मिनट शाम 7 बजे
श्रीनगर (Srinagar ) सुबह 4 बजकर 39 मिनट शाम 7 बजकर 05 मिनट
भोपाल (Bhopal) सुबह 4 बजकर 47 मिनट शाम 6 बजकर 43 मिनट
पटना (Patna) सुबह 4 बजकर 13 मिनट शाम 6 बजकर 11 मिनट
जयपुर (Jaipur) सुबह 4 बजकर 48 मिनट शाम 6 बजकर 52 मिनट

 

ये भी पढ़ें: Easter Sunday 2023: क्यों मनाया जाता है गुड फ्राइडे के बाद ईस्टर, क्या सूली पर चढ़ाए जाने के 3 बाद जिंदा हो गए थे प्रभु यीशु

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.