Ramayan: जानें रावण किसका था पुत्र, मंदोदरी ही नहीं रावण की और भी थीं रानियां
रावण ज्ञानी होने के बाद भी अंहकार से मुक्ति नहीं पा सका. रावण संस्कारी नहीं था. यही वजह है कि संस्कारों की कमी और अत्याचारी होने की वजह से उसका ज्ञान भी उसके काल को बचा नहीं सका.
Ramayan: रावण के पिता ऋषि विश्वश्रवा थे. जिन्होंन ऋषि भारद्वाज की पुत्री से विवाह किया था. जिनसे कुबेर का जन्म हुआ. विश्वश्रवा की दूसरी पत्नी का नाम कैकसी था. जिनसे रावण, कुंभकरण, विभीषण और सूर्पणखा ने जन्म लिया.
पौराणिक कथाओं में इनके अतिरिक्त, अहिरावण, खर और दूषण भी रावण के भाई थे. यही नहीं सूर्पनखा के अतिरिक्त उसकी एक ओर बहन थी जिसका नाम कुम्भिनी था. कुंभिनी का विवाह मथुरा के राजा मधु राक्षस से हुआ था. कुंभिनी राक्षस लवणासुर की मां थी.
कुबेर से छीन ली थी रावण ने लंका
रावण अत्याचारी था. उसके लिए रिश्ते भी कोई अर्थ नहीं रखते थे. रावण ने अपने भाई कुबेर को बेदखल सोने की लंका पर कब्जा कर लिया और कुबेर को निकाल दिया.
रावण की तीन पत्नियां थीं
रावण की पहली पत्नी मंदोदरी का नाम तो सभी जानते हैं लेकिन इसके अतिरिक्त भी रावण की दो अन्य पत्नियां भी थीं. रावण की दूसरी पत्नी का नाम धन्यमालिनी था. तीसरी पत्नी का नाम अज्ञात है. कहा जाता है रावण ने अपनी तीसरी पत्नी की हत्या कर दी थी. पहली पत्नी मंदोदरी राक्षसराज मयासुर की पुत्री थी.
रावण के पुत्र
इंद्रजीत, मेघनाद, महोदर, प्रहस्त और विरुपाक्ष भीकम वीर रावण के पुत्र थे जो मंदोदरी से पैदा हुए थे. धन्यमालिनी से अतिक्या और त्रिशिरार नामक दो पुत्र थे और तीसरी पत्नी के प्रहस्था, नरांतका और देवताका नामक पुत्र थे.
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