Ravi Pushya Nakshatra 2023: अक्टूबर में रवि पुष्य योग कब है ? शादी की खरीदारी के लिए बहुत शुभ है ये दिन
Ravi Pushya Nakshatra 2023 Date: अक्टूबर में रवि पुष्य योग का संयोग बन रहा है. इस नक्षत्र पर सूर्य और लक्ष्मी जी का प्रभाव होता है. रवि पुष्य योग में खरीदारी, नए कार्य की शुरुआत अच्छी मानी जाती है.
Ravi Pushya Yoga 2023 Kab Hai: पुष्य नक्षत्र को सौभाग्य, समृद्धि और सुख के साथ पोषण करने वाला माना जाता है. हर महीने पुष्य नक्षत्र का योग बनता है. खरीदारी के लिए ये बहुत शुभ दिन माना जाता है इसलिए लोग पुष्य योग का बेसब्री से इंतजार करते हैं.
पुष्य नक्षत्र रविवार या गुरुवार के दिन हो तो ये सबसे अधिक फलदायी होता है. अक्टूबर में रवि पुष्य योग का संयोग बन रहा है. रवि पुष्य योग में विवाह की सामग्री, वाहन, भूमि, ज्वैलरी की खरीदारी करने से लक्ष्मी का वास होता है. आइए जानते हैं अक्टूबर में रवि पुष्य योग की डेट, मुहूर्त और महत्व.
रवि पुष्य योग अक्टूबर 2023 में कब ? (Ravi Pushya Yoga in October 2023 Date)
अक्टूबर में रवि पुष्य योग 8 अक्टूबर 2023, रविवार को है. आप कोई नया कार्य करना चाहते हैं, नया बिजनेस शुरू करना चाहते हैं. शादी की खरीदारी करना चाहते हैं तो ये दिन आपके लिए बेहद शुभ और तरक्की वाला हो सकता है.
रवि पुष्य योग 2023 मुहूर्त (Ravi Pushya Yoga 2023 Muhurat)
पंचांग के अनुसार रवि पुष्य नक्षत्र 07 अक्टूबर 2023 को रात 11 बजकर 57 मिनट पर शुरू होगा और 09 अक्टूबर 2023 को प्रात 02 बजकर 45 मिनट पर खत्म होगा. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि, सिद्ध योग का संयोग भी बन रहा है. खरीदारी और नए काम की शुरुआत के लिए पूरा दिन शुभ है.
- खरीदारी का समय - 8 अक्टूबर 2023, सुबह 06.17 - 9 अक्टूबर 2023, प्रात: 02.45
रवि पुष्य योग (Ravi Pushya Yoga Significance)
किसी भी शुभ कार्य के लिए रवि पुष्य योग को सबसे अच्छा माना गया है. ऐसा माना जाता है कि इस योग में ग्रहों की सभी बुरी दशाएं भी अनुकूल हो जाती हैं. शास्त्रों के अनुसार भगवान श्रीराम का जन्म भी इसी नक्षत्र में हुआ था, इसलिए इसे धार्मिक दृष्टि से भी अत्यंत शुभ माना गया है. रवि पुष्य योग धन और वैभव को बढ़ाने वाला योग है और इस योग में विवाह को छोड़कर अन्य शुभ कार्य कर सकते हैं.
रवि पुष्य योग में किए जाने वाले कार्य (Ravi Pushya Yoga shopping importance)
- रवि पुष्य योग में खरीदारी, नए कार्य की शुरुआत के अलावा लक्ष्मी साधना करने से उसमें निश्चित ही सफलता प्राप्त होती है. माता लक्ष्मी के पूजन से धन वैभव में वृद्धि होती है. साथ ही सूर्य को जल चढ़ाने से कुंडली में स्थित सूर्य के दुष्प्रभाव दूर होते हैं.
- रवि पुष्य नक्षत्र के दिन दक्षिणावर्ती शंख को अपनी दुकान में रखने से व्यापार में बढ़ोत्तरी होती है.
- कुंडली में सूर्य दोष हो तो रवि पुष्य नक्षत्र का दिन सूर्य दोष के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए सबसे उत्तम माना गया है.
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