Sunday Pooja: 11 जुलाई के पंचांग के अनुसार इस दिन रविवार का दिन है. रविवार का दिन सूर्य देव की पूजा के लिए उत्तम माना गया है. रविवार के दिन से ही आषढ़ मास के शुक्ल पक्ष का आरंभ हो रहा है. इस दिन प्रतिपदा की तिथि रहेगी. चंद्रमा कर्क राशि में विराजमान है, मिथुन राशि में सूर्य, बुध ग्रह के साथ बुधादित्य योग बना हुआ है.


पुष्य नक्षत्र (Ravi Pushya Nakshatra 2021)
रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र है. पुष्य नक्षत्र का सभी नक्षत्रों का अधिपति यानि राजा माना गया है. रविवार के दिन पुष्य नक्षत्र पड़ने के कारण से इस रवि पुष्य नक्षत्र भी कहा जाता है. ये एक महायोग की तरह देखा जाता है. इस योग में नए कार्य, या फिर शुभ कार्यों का करना अत्यंत शुभ माना गया है.


रवि पुष्य योग, मुहूर्त
रवि पुष्य योग: 11 जुलाई 2021, रविवार
रवि पुष्य योग का आरंभ: प्रात 05 बजकर 31 मिनट से.
रवि पुष्य योग का समापन: 12 जुलाई, सोमवार को प्रात: 02 बजकर 22 मिनट पर.


सूर्य पूजा (Surya Puja)
रविवार के दिन सूर्य पूजा का विशेष संयोग बना हुआ है. रवि पुष्य नक्षत्र में सूर्य उपासना का विशेष पुण्य प्राप्त होता है. इस दिन प्रात: काल उठकर स्नान करने के बाद सूर्य देव की पूजा आरंभ करनी चाहिए. जिन लोगों को जीवन में मान सम्मान और आत्मविश्वास में कमी महसूस हो रही है, वे लोग इस दिन विधि पूर्वक सूर्य देव की पूजा करें. सूर्य भगवान को जल चढ़ाने से सूर्य की अशुभता दूर होती है. ज्योतिष शास्त्र में सूर्य देव को मान सम्मान, उच्च पद और लोकप्रियता का कारक माना गया है. इस दिन इस मंत्र का जाप करना चाहिए-



  • ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:


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