एक्सप्लोरर
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/Premium-ad-Icon.png)
हर मंगलवार को पढ़ें हनुमान चालीसा, इन छंदो का है विशेष महत्व
आज मंगलवार है यानि हनुमान जी का दिन. राम भक्त हनुमान बल और बुद्धि के भी दाता है. जिन लोगों के जीवन में कोई संकट चल रहा है वे हनुमान जी को प्रसन्न करें. हनुमान जी के प्रसन्न होने से जीवन का संकट मिट जाता हैं.
![हर मंगलवार को पढ़ें हनुमान चालीसा, इन छंदो का है विशेष महत्व Read Hanuman Chalisa today on Tuesday, all problems will be overcome हर मंगलवार को पढ़ें हनुमान चालीसा, इन छंदो का है विशेष महत्व](https://static.abplive.com/wp-content/uploads/sites/2/2020/02/13043237/hanuman.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
Hanuman Chalisa: मंगलवार को हनुमान जी का दिन भी कहा जाता है. इसलिए इस दिन हनुमान जी की पूजा की जाती है. मंगलवार को लोग हनुमान जी के नाम का व्रत भी रखते हैं. सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का जो लोग नित्य पाठ करते हैं उन पर हनुमान जी की कृपा सदैव ही बनी रहती है.
हनुमान चालीसा के पाठ से लाभ
मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति को कई गुना लाभ मिलता है. इसमें 40 छंद होने के कारण इसे चालीसा कहा जाता है. मंगलवार के दिन हनुमान जी के सामने बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करने से भगवान हनुमान बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं. हनुमान चालीसा का पाठ करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा भी समाप्त होती है. वहीं घर में कुछ भी अनिष्ठ नहीं होने देते हैं.
ऐसे करें हनुमान चालीसा का पाठ
हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए विशेष कुछ करने जरूरत नहीं होती है. व्यक्ति कहीं भी और किसी भी समय हनुमान चालीसा का पाठ कर सकता है. इसके लिए कोई विशेष नियम नहीं है लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि हनुमान चालीसा अशुद्ध न हो. पाठ करते समय ध्यान भंग नहीं होना चाहिए. हनुमान चालीसा का पाठ पूरी श्रद्धा और भक्तिभाव से करना चाहिए तभी इसका लाभ मिलता है.
हनुमान चालीसा के ये छंद हैं खास
किसी बुरी लत और संगत को छोड़ने में दिक्कत आ रही है तो इस छंद को पढ़ें-
किसी प्रकार की बंदिश महसूस हो रहो तो इसे पढ़ें-
भय सताने लगे तो इसे पढ़ें-
कार्य की सफलता के लिए यह पढ़ें-
पढ़ाई में मन न लगे तो इसे पढ़ना चाहिए-
कार्य पूरा करने में बाधा आ रही है तो इसे पढ़ें-
रोग को दूर करने के लिए यह पढ़ें-
महाबीर विक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी
जो सत बार पाठ कर कोई, छूटहि बन्दि महा सुख होई.
सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना.
और मनोरथ जो कोई लावै, सोई अमित जीवन फल पावै.
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार.
भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचन्द्र के काज संवारे.
नासै रोग हरे सब पीरा, जपत निरन्तर हनुमत बीरा.
हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें ABP News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ लाइव पर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, लाइफस्टाइल और खेल जगत, से जुड़ी ख़बरें Khelo khul ke, sab bhool ke - only on Games Live
और देखें
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
महाराष्ट्र
इंडिया
इंडिया
Advertisement
![ABP Premium](https://cdn.abplive.com/imagebank/metaverse-mid.png)
![गुंजन मिश्रा](https://feeds.abplive.com/onecms/images/author/6ec004605e883a2bcc75eaa943aa1490.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=70)
गुंजन मिश्रापर्यावरणविद्
Opinion