Chawal Ke Upay: चावल के 5 दानों से कर लें ये अचूक उपाय, हो जाएंगे मालामाल, जेब नहीं रहेगी कभी खाली
Rice Remedy For Money: पूजा-पाठ में हर चीज का विशेष महत्व है. फूल, फल, धूप, कपूर सभी चीजों का अलग महत्व है.
Rice Remedy For Money: पूजा-पाठ में हर चीज का विशेष महत्व है. फूल, फल, धूप, कपूर सभी चीजों का अलग महत्व है. इन्हीं में एक और चीज शामिल है चावल या अक्षत. अक्षत को पूजा में बहुत पवित्र माना गया है. धर्म ग्रंथों के अनुसार अक्षत के बिना पूजा-पाठ पूरा नहीं होता. धार्मिक मान्यता के अनुसार पूजा में किसी चीज की कमी रहने पर उसकी जगह अक्षत चढ़ाया जाता है. भगवान शिव की पूजा में उन्हें हल्दी अर्पित करना निषेध होता है. उसी प्रकार गणेश जी को तुलसी पत्र और देवी को दूर्वा नहीं चढ़ाया जाता.
लेकिन विष्णु भगवान को छोड़कर अक्षत सभी देवी-देवताओं को अर्पित किए जा सकते हैं. अक्षत को पूजन में एक विशेष स्थान प्राप्त है, इसलिए इन्हें कई तरह के उपायों में भी इस्तेमाल किया जा सकता है. कहते हैं कि इन उपायों को करने से व्यक्ति मालामाल हो जाता है.
चावल के दानों के उपाय (Akshat Remedy)
- शास्त्रों में बताया गया है कि पूजा के दौरान किसी भी देवी-देवता को टूटे हुए चावल नहीं चढ़ाने चाहिए. हिंदू धर्म में अक्षत को पूर्णता का प्रतीक माना गया है. इसलिए खंडित चावल नहीं चढ़ाने चाहिए. अक्षत चढ़ाते समय ध्यान रखें कि पूजा में इस्तेमाल किए जाने वाले सभी अक्षत अखंडित हो. भगवान के समक्ष रोजाना चावल के 5 दाने चढ़ाने से धन वृद्धि होती है.
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- मान्यता है भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए शिवलिंग पर चावल अर्पित करने चाहिए. लेकिन इस बात का द्यान रखें कि भगवान शिव को साफ और बिना टूटे चावल ही चढ़ाएं. ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव भक्तों को अखंडित की तरह अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं.
- ग्रंथों के मुताबिक मां अन्नपूर्णा को घर में चावल की ढेर पर स्थापित करें. ऐसा करने से घर में कभी भी धन-वैभव की कमी नहीं रहती.
- बता दें कि अन्न में अक्षत को सबसे उत्तम माना गया है. वहीं, इसे देवताओं का अन्न ही कहा जाता है. मान्यता है कि जो व्यक्ति अक्षत को कुमकुम के साथ मिलाकर भगवान को अर्पित करता है उसकी पूजा जल्द स्वीकार हो जाता है. और भगवान का अखंड आशीर्वाद मिलता है.
-हिंदू धर्म में पूजा के दौरान अक्षत इसलिए चढ़ाए जाते हैं, ताकि पूजा पूरी हो सके. अन्न में चावल को श्रेष्ठ माना गया है और भगवान को चावल अर्पित करते समय मन में यही विचार आने चाहिए कि जो कुछ भी मिल रहा है वो भगवान की कृपा से ही संभव हुआ है.
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- माना जाता है कि शुक्ल पक्ष या माह की किसी भी चतुर्थी को केवल 5 दाने चावल के शिव को चढ़ाने से एक मुट्ठी चावल चढ़ाने जितना लाभ मिलता है. भगवान शिव को सिर्फ 5 दाने अक्षत के अर्पित करने से धन से जुड़ी हर समस्या का हल मिलता है.
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