Sai baba Path: गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के अलावा साईं बाबा की पूजा भी की जाती है. साईं भक्त उन्हें प्रसन्न करने के लिए इस दिन व्रत, पूजा के साथ कई उपाय करते हैं. साईं ने अपनी पूरा जीवन सादगी से जीया. इसी वजह से साईं बाबा की पूजा भी बहुत सरल होती है. साईं बाबा आध्यातिमक गुरु जरूर थे लेकिन उनके भक्त उन्हें ईश्वर की भांति पूजते हैं. कहते हैं जो सच्चे मन से साईं की शरण में जाता है उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं. हर मनोकामना पूर्ण होती है. मान्यता है कि साईं चालीसा का पाठ करने से भक्त की सारी इच्छाएं पूर्ण होती है लेकिन कहते हैं गुरुवार को अगर साईं का श्री सत्‍य शरण पञ्चकम् का पाठ कर लें तो तनाव से मुक्ति मिल जाती है. आइए जानते हैं क्या है इस पाठ को करने की विधि.


कैसे करें श्री सत्‍य शरण पञ्चकम् पाठ:
मानसिक शांति पहुंचाने वाला ये पाठ गुरुवार के दिन साईं की पूजा के बाद शाम को किया जाता है.
शाम के समय साईं की तस्वीर के समक्ष एक दीप कर साईं का स्मरण करें 
अब शांत मन से श्री सत्‍य शरण पञ्चकम् पाठ करें.
मान्यता है कि इस पाठ को रोजाना करने से स्वास्थ संबंधी दिक्कतें दूर हो जाती है.
इस पाठ से न सिर्फ मानसिक शांति मिलती है बल्कि आत्मविश्वास बढ़ाने में भी ये कारगर है 


श्री सत्‍य शरण पञ्चकम् पाठ:
दुर्वारदुर्विषहदुःखशताभिघातै- र्दूरार्दितस्य भगवन्, मनसो गतिस्त्वम्।
दिष्ट्याद्य दिव्यकरुणावरुणालयं तं त्वां सत्यसायिभगवन्, शरणं प्रपद्ये॥१॥
मन्दस्मितातिरमणीयमुखारविन्दं कारुण्यवर्षकमनीयकटाक्षपातम्।
शान्तिप्रदं भृशमशान्तहृदन्तराणां त्वां सत्यसायिभगवन्, शरणं प्रपद्ये॥२॥
भूयासमुत्सुकमतिर्भगवत्पदाब्ज- सेवासु भागवतसङ्कथनोत्सवेषु।
न स्यां दुरन्ततरभौतिकसौख्यमग्न- स्त्वां सत्यसायिभगवन्, शरणं प्रपद्ये॥३॥
नित्यं स्वधर्मवशकर्ममयप्रसूनै- रत्यन्तपावनतरैः परिपूज्य च त्वाम्।
सत्यां प्रशान्तिमुपगच्छतु जीवितं मे त्वां सत्यसायिभगवन्, शरणं प्रपद्ये॥४॥
दिव्यानुभाव, दयया शिशिरीकुरुष्व दीनं भवच्चरणदासममुं महात्मन्।
त्वद्दर्शनामृतकणास्वादनैकतृप्त- स्त्वां सत्यसायिभगवन्, शरणं प्रपद्ये॥५॥


Ashadha Purnima July 2022: कब है आषाढ़ पूर्णिमा, नोट कर लें स्नान का शुभ मुहूर्त और संपूर्ण पूजा विधि


Devshayani Ekadashi 2022: 10 जुलाई को देवशयनी एकादशी, 4 माह तक कहां सोते हैं भगवान विष्णु? जानें


Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.