Sakat Chauth 2024 Moon Time: आज सकट चौथ व्रत, जानें गणपति की पूजा का मुहूर्त, चंद्रोदय समय
Sakat Chauth 2024 Moon Time: आज सकट चौथ व्रत है. संतान की खुशहाली के लिए इस व्रत में गणपति और चंद्रमा की पूजा का विशेष महत्व है. जानें सकट चौथ व्रत पूजन मुहूर्त, चंद्रोदय समय और समस्त जानकारी
चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा की पूजन और अर्घ्य देने के बाद ही सकट चौथ का व्रत पूर्ण माना जाता है. चंद्रमा को अर्घ्य देते समय इस मंत्र का उच्चारण जरूर करें-
गगनार्णवमाणिक्य चन्द्र दाक्षायणीपते।
गृहाणार्घ्यं मया दत्तं गणेशप्रतिरूपक॥
संकष्टी चतुर्थी या सकट चौथ पर चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा की पूजा करें. इसके बाद एक लोटे में शुद्ध जलकर उसमें गाय का कच्चा दूध, अक्षत और सफेद फूल डालकर चंद्र देव का स्मरण करते हुए अर्घ्य दें.
दिल्ली - रात 09.10
मुंबई - रात 09.32
जयपुर - रात 09.17
आगरा - रात 09.07
लखनऊ - रात 08.56
भोपाल - रात 09.12
रांची - रात 08.39
पटना - रात 08.39
नागपुर - रात 09.06
वाराणसी - रात 08.48
बेंगलुरू - रात 09..15
चंडीगढ़ - रात 09.11
सकट चौथ पर रात को चंद्रोदय के बाद चांदी या पीतल के कलश में जल, दूध, एक सफेद फूल डालकर चंद्रमा को अर्घ्य दें. इस दौरान ऊं सोम सोमाय नम: मंत्र का जाप करें. मान्यता है इससे मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है. चंद्र देव और गणपति जी के आशीर्वाद से जीवन सुखमय बनता है.
सकट चौथ व्रत के दिन भगवान गणेश की सिंदूर, हल्दी, मेंहदी, लाल फूल, पूजा करने के बाद संकटनाशन गणेश स्तोत्र का पाठ करें. मान्यता है कि ये संतान को कष्ट को संकट से बचाता है.
माघ माह की सकट चतुर्थी के दिन 29 जनवरी को चंद्रमा रात 09.10 मिनट पर निकलेगा. इस दिन महिलाएं सूर्योदय से चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखती हैं और चांद की पूजा के बाद ही व्रत संपन्न होता है.
बैकग्राउंड
Sakat Chauth 2024 Chandrodaya Time Today: 29 जनवरी 2024 यानी आज माघ माह के कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्थी है. इसे सकट चौथ व्रत कहते हैं. सकट चौथ व्रत संकटों और दुखों को दूर करने वाला माना गया है.
मान्यता है कि इस व्रत के प्रताप से संतान और परिवार पर आने वाली तमाम विपदाएं खत्म हो जाती हैं. नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है. इस दिन संकट हरण गणपति गणेशजी का पूजन भी होता है। इसलिए शाम को सकट माता और गणेशजी की पूजा की जाती है.
सकट चौथ व्रत 2024 तिथि
पंचांग के अनुसार सकट चौथ तिथि 29 जनवरी 2024 को सुबह 06 बजकर 10 मिनट से शुरू होगी और 30 जनवरी 2024 सुबह 08 बजकर 55 मिनट पर इसका समापन होगा.
सकट चौथ व्रत महत्व
सकट चौथ पूरे साल में पड़ने वाली 4 बड़ी चतुर्थी तिथियों में से एक है.महिलाएं अपनी संतान और परिवार के सौभाग्य और लंबी आयु के लिए सकट चौथ व्रत कती है. सुहागन स्त्रियां सुबह-शाम गणेशजी की पूजा करती है और रात में चंद्रमा के दर्शन और पूजा करने के बाद पति का आशीर्वाद लेती हैं. इसके बाद व्रत खोला जाता है. सकट चौथ व्रत के दिन चांद की पूजा का विशेमतव है.
चंद्रमा मन के स्वामी हैं और गणेशजी बुद्धि के तो इस दिन गणेशजी की पूजा अर्चना करके रात के समय चंद्रमा का अर्घ्य देने से बुद्धि का विकास, मानसिक शांति, कार्यों में सफलता, प्रतिष्ठा में वृद्धि वृद्धि होती है.
कैसे करें आज गणपति का पूजन
सकट चौथ के दिन शाम को गणपति की पूजा करना चाहिए. बच्चों की लंबी उम्र के लिए सकट माता की पूजा करें. गणपति जी का षोडोपचार विधि से पूजन करें. कथा सुनें. चंद्रोदय के समय चंद्रमा को जल में दूध, फूल डालकर अर्घ्य दें. इसके बाद ही भोजन ग्रहण करें. इस व्रत में गणेश जी को तिल से बने पकवान का भोग लगाएं, क्योंकि इस व्रत में तिल का विशेष महत्व है.
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