Sakat Chauth 2025: सकट चौथ की पूजा इन 4 चीजों के बिना है अधूरी, देखें सामग्री लिस्ट
Sakat Chauth 2025: सकट चौथ साल की बड़ी चौथ मानी जाती है. इस दिन गणपति जी की पूजा में कुछ विशेष सामग्री का उपयोग करना चाहिए. तिलकुट चौथ की पूजा सामग्री लिस्ट यहां देखें.
Sakat Chauth 2025: सकट चौथ का व्रत माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन किया जाता है. ये साल की बड़ी चौथ होती है. इस दिन गणपति जी की पूजा करने वालों के समस्त संकट और कार्यों में आने वाले विघ्नों का नाश होता है.
इस साल सकट चौथ 17 जनवरी 2025 को मनाई जाएगी. भारत में इसे तिलकुटा चौथ, वक्र-तुण्डि चतुर्थी और माघी चौथ भी कहा जाता है. सकट चौथ में कुछ विशेष सामग्री का होना जरुरी है, इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है.
सकट चौथ पूजा सामग्री
- गणेश जी की मूर्ति, लकड़ी की चौकी, पीला या लाल कपड़ा
- जनेऊ, मेहंदी, सिंदूर, अक्षत, हल्दी
- सुपारी, पान का पत्ता, लौंग, रोली,
- तिल, पान, आरती किताब, 21 गांठ दूर्वा
- गाय का घी, फूल माला, इलायची, गुलाल
- गंगाजल, लाल फूल, मौली, इत्र, अबीर
खास सामग्री - तिल, दूर्वा, पीले या लाल फूल, तिल से बना भोग
सकट चौथ में तिल का भोग क्यों लगता है ?
सकट चौथ में व्रती महिलाएं भगवान गणेश जी के लिए गुड़ और तिल से तिलकुटा बनाकर भोग लगाती हैं, जिससे भगवान व्रती से प्रसन्न होकर उनके घर की परेशानी और आर्थिक, मानसिक और शारीरिक संकटों को दूर करते हैं. इसलिए इस दिन विशेषतौर पर तिलकुटा प्रसाद के रूप में गणपति जी को चढ़ाने की मान्यता है.
सकट चौथ 2025 मुहूर्त
- माघ कृष्ण चतुर्थी तिथि शुरू - 17 जनवरी 2025 को सुबह 4 बजकर 06
- माघ कृष्ण चतुर्थी तिथि समाप्त - 18 जनवरी 2025 को सुबह 5 बजकर 30
- गणपति पूजा मुहूर्त - सुबह 7.15 - सुबह 11.12
- चंद्रोदय समय - रात 09.09
सकट चौथ व्रत का महत्व
सकट चौथ व्रत का दिन देवी सकट को समर्पित है, माताएं इस दिन व्रत रखकर अपने पुत्रों की भलाई की कामना करती हैं. मान्यता है कि इस दिन व्रत और गणपति जी की पूजा करने वाली स्त्रियों को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है, पुत्रों की हर संकट से रक्षा होती है.
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