Sankashti Chaturthi 2020 Dates And Time: गणेश जी का वर्णन प्राचीन वेदों में भी किया गया है. ऋग्वेद में गणेश जी के लिए गणपति शब्द का प्रयोग किया गया है. यजुर्वेद में भी गणेश जी का उल्लेख है मिलता है. मान्यता के अनुसार गणेजी के नाम से ही प्रत्येक शुभ कार्य का आरंभ किया जाता है. संकष्टी चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा करने से घर में सुख शांति स्थापित होती है.
लॉकडाउन में गणेश पूजा
लॉकडाउन में गणेश जी की पूजा को घर पर ही किया जा सकता है. इस दिन सुबह स्नान करने के बाद मंदिर में शुद्धिकरण की प्रक्रिया को पूरा करें और गणेश जी की प्रिय चीजों का भोग लगाकर व्रत का संकल्प लें. पूजा के बाद गणेश आरती का पाठ करें. गणेश मंत्र का भी जाप इस दिन श्रेष्ठ फलदायी माना गया है.
11 अप्रैल को मनाई जाएगी संकष्टी चतुर्थी, भगवान गणेश की होगी पूजा
बुध की अशुभता को दूर करें
जिन लोगों के जीवन में बुध ग्रह अशुभ फल प्रदान कर रहे हैं उन्हें इस दिन व्रत रखकर भगवान गणेश जी की आराधना करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है. बुध का संबंध में बुद्धि और व्यापार से माना गया है. जिन लोगों की जन्म कुंडली में बुध खराब होते हैं तो जॉब और व्यापार में परेशानियां खड़ी करने लगते हैं. बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता है.
केतु की अशुभता को दूर करते हैं
इस दिन पूजा करने से केतु की भी अशुभता दूर होती है. केतु जन्म कुंडली में जब अशुभ होता है तो व्यक्ति को अचानक बड़ा नुकसान और मानसिक तनाव जैसी दिक्कतें देता है. इस दिन गणेश की मंत्रों के साथ पूजा करने से केतु को शांत करने में मदद मिलती है. केतु जब खराब हो तो व्यक्ति को हर कार्य में बाधा का सामना करना पड़ता है.
बुध के राशि परिवर्तन का सभी 12 राशियों पर पड़ने जा रहा है प्रभाव, जानें