Shravan Putrada Ekadashi Vrat 2021: हिंदू धर्म शास्त्रों में सावन महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को श्रावण पुत्रदा एकादशी कहते हैं. श्रावण पुत्रदा एकादशी का व्रत संतान प्राप्ति के लिए रखा जाता है. इस दिन निर्जला व्रत रखना उत्तम माना जाता है. पुत्रदा एकादशी व्रत के दिन एक बूंद भी पानी नहीं पीना चाहिए. हालांकि निर्जला व्रत यदि संभव न हो तो फलाहारी भी रखा जाता है. मान्यता है कि इस दिन एकादशी का व्रत करने के बाद अगर व्यक्ति श्रावण पुत्रदा एकादशी व्रत की कथा सुनता है तो उसकी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और पुत्र रत्न की प्राप्ति होती है. परन्तु इस एकदशी के दिन कुछ ऐसे कार्य हैं जिनको भूलकर भी नहीं करना चाहिए. आजिये जानें इन कामों को.
श्रावण पुत्रदा एकादशी पर भूलकर न करें ये काम
- व्रती को सावन पुत्रदा एकादशी व्रत के दिन भूलकर भी जुआ नहीं खेलना चाहिए. ऐसी धार्मिक मान्यता है कि इस दिन जुआ खेलने से व्यक्ति के वंश का नाश होता है.
- पुत्रदा एकादशी व्रत में व्रती को पूरी रात भगवान विष्णु की पूजा, मंत्र जाप और उनकी भक्ति में गुजारनी चाहिए. इस रात भूलकर भी सोना नहीं चाहिए.
- एकादशी व्रत के दिन व्रती को भूलकर भी चोरी नहीं करनी चाहिए. माना जाता है कि इस दिन चोरी करने से 7 पीढ़ियों तक पाप लगता है.
- पुत्रदा एकादशी के दिन व्रत के दौरान खान –पान और व्यवहार में संयम बरतना चाहिए. इससे भगवान विष्णु की कृपा का आशीर्वाद मिलता है.
- इस दिन व्रती को भगवान विष्णु की कृपा पाने के लिए कठोर और अप्रिय शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए और नहीं क्रोध व झूठ बोलना चाहिए.
- श्रावण पुत्रदा एकादशी के दिन प्रातः काल उठकर भगवान विष्णु का ध्यान करना चाहिए और शाम के समय सोना नहीं चाहिए.
श्रावण पौत्रदा एकादशी व्रत तिथि
- सावन शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि आरंभ: 18 अगस्त 2021, बुधवार को 03:20 AM से
- सावन शुक्ल पक्ष एकादशी तिथि समाप्त: 19 अगस्त 2021 गुरूवार को 01:05 AM पर
- श्रावण पौत्रदा एकादशी व्रत : 18 अगस्त को
- श्रावण पौत्रदा एकादशी व्रत का पारण: 19 अगस्त को