(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Sawan Shivratri Puja 2021 Date: कब है श्रावण शिवरात्रि पूजा? जानें जलाभिषेक का समय, मुहूर्त व पूजा विधि
Sawan Shivratri Puja 2021 Date: हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास की शिवरात्रि 6 अगस्त को है. इस दिन भगवान शिव का जलाभिषेक करना सबसे उत्तम माना गया है. आइये जानें जलाभिषेक का समय तिथि और पूजा विधान.
Sawan Shivratri Puja 2021 Date: हिंदू धर्म में शिवरात्रि का खास महत्व है. वैसे तो मासिक शिवरात्रि प्रत्येक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को पड़ती है. 24 जुलाई को आषाढ़ मास खत्म होगा और श्रावण मास का प्रारंभ होगा. सावन का महीना अर्थात श्रावण का पूरा मास भगवान शिव को समर्पित होता है. इस लिए सावन की शिवरात्रि और भी खास हो जाती है. सावन की शिवरात्रि पर भगवान शिव का जलाभिषेक या रुद्राभिषेक का विशेष महत्त्व है मान्यता है कि सावन की शिवरात्रि पर जलाभिषेक करने से भक्त के सभी संकट दूर हो जाते हैं. उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है. इस दिन शिव भक्त फलाहारी व्रत भी रखते हैं और भगवान शिव की विधि विधान से पूजा करते हैं. माना जाता है कि भगवान शिव का व्रत रखने से व्यक्ति के सभी दुखों का नाश होता है.
सावन की शिवरात्रि कब?
सावन की शिवरात्रि हर साल श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को होती है. साल 2021 में सावन की शिवरात्रि का पर्व 6 अगस्त को पड़ेगा. इसका व्रत 6 अगस्त को और व्रत का पारण 7 अगस्त को होगा.
सावन शिवरात्रि पूजा मुहूर्त
- सावन शिवरात्रि पर्व व्रत : 6 अगस्त 2021 दिन शुक्रवार को
- निशिता काल पूजा समय – 7 अगस्त 2021 को सुबह 12:06 एएम से 12:48 एएम तक
- पूजा की अवधि – केवल 43 मिनट
- शिवरात्रि व्रत पारण समय - 7 अगस्त को सुबह 05:46 एएम से 03:47 पीएम
सावन में चतुर्दशी तिथि
- चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ - अगस्त 06, 2021 को 06:28 पीएम बजे
- चतुर्दशी तिथि समाप्त - अगस्त 07, 2021 को 07:11 पीएम बजे
पूजा विधि
इस दिन प्रातः काल स्नानादि करके घर पर या मंदिर में शिव जी की आराधना करनी चाहिए तथा शिवलिंग पर जल चढाएं. पूजा के समय शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी इत्र, चन्दन, भांग, धतूरा, गंगाजल, सफ़ेद, फूल आदि चढाना चाहिये.