Shani Dev: शनि देव का हंटर उन लोगों पर चलता है जो कमजोर और मेहनत करने वालों पर करते हैं जुल्म
Shani Dev: शनि देव नाम तो सभी ने सुना ही होगा. क्या आपको पता है कि आखिर शनि महाराज के नाम से लोग इतना डरते क्यों है? आखिर उनमे ऐसी कौन सी पावर है जिससे राजा हो या रंक सब भय खाते हैं.
Shani Dev: शनि यानि कलियुग के दंडाधिकारी. यानि न्याय करने वाले. शनि ही कलियुग में अच्छे बुरे का हिसाब करते हैं और उसके बाद लोगों को फल प्रदान करते हैं. शनि की अदालत में दोषी को सजा मिलकर ही रहती है. यही कारण है शनि के नाम मात्र से ही लोग भय खाने लगते हैं और पसीना छोड़ने लगते हैं.
शनि देव ही जो किसी की भी गलती को माफी नहीं करते हैं. फिर चाहे गलती जाने में हो या अंजाने में. यही कारण है कि हर व्यक्ति शनि महाराज से खौफ खाता है. क्योंकि मनुष्य जीवन में कभी न कभी गलती करता ही है. लेकिन शनि तुरंत सजा नहीं देते हैं, शनि कब सजा देते हैं? इसे जानना बहुत जरूरी है.
शनि की साढे़ साती (Sade Sati)
शनि की साढ़े साती जब चल रही हो तो व्यक्ति को बहुत संभलकर रहना चाहिए क्योंकि इस समय शनि काफी शक्तिशाली स्थिति में होते हैं. यदि पूर्व में आपने कोई अच्छे कार्य किए हैं तो शनि महाराज छप्पर फाड़कर देंगे और कुछ भी खराब या गलत किया है तो उसका भयंकर बुरा फल प्रदान करते हैं. वर्तमान में मकर, कुंभ (Kumbh Rashi) और मीन राशि फल शनि की साढ़े साती चल रही है.
शनि की ढैया (Shani Dhaiya)
मनुष्य पर शनि की ढैया ढाई साल तक रहती है. इसी कारण इसे ढैया कहते हैं. साढ़े साती की तरह ही इसमें भी उसी तरह के परिणाम देखने को मिलते हैं, इसलिए ढैया चल रही हो तो व्यक्ति को अच्छे कार्य करने चाहिए. पूर्व में यदि कोई गलत काम हो भी गया है तो उसके लिए प्रायश्चित करना चाहिए गलती की क्षमा मांगनी चाहिए. ऐसा करने से शनि का कठोर प्रभाव कम होता है. वर्तमान समय में कर्क और वृश्चिक राशि पर शनि की ढैया चल रही है, जो 2025 तक चलेगी.
ना काहू से दोस्ती ना काहू से वैर
शनि देव की किसी से कोई मित्रता नहीं और ना ही किसे से बैर है. वे तो कर्मफलदाता है. जैसी करनी, वैसी भरनी. इस सिद्धांत पर शनि का फल आधारित है. अगर गलत करेंगे तो बुरे परिणाम मिलेंगे और अच्छे कर्म होंगे तो शनि (Shani) प्रसन्न होकर मनुष्य को कहां से कहां पहुंचा दें कोई नहीं जानता है.
शनि देव को नहीं पसंद ये काम
किसी को सताना. गरीब का हक मारना. मेहनत करने वालों का अपमान करना ये कुछ ऐसे कार्य हैं जिनसे शनि देव बहुत जल्दी नाराज होते हैं और भयंकर सजा देते हैं. इसलिए गरीब, कमजोर को कभी न सताएं. वहीं वेजुबान जानवरों को भी हानि पहुंचाने वालों को भी शनि (Shani Dev) सजा देते हैं. नियम को तोड़ना. प्रकृति को नुकसान पहुंचाने वाले को शनि देर सबेर आवश्य ही दंड देते हैं. दूसरों पर जुल्म करने वालों को तो शनि देव कभी भी माफ नहीं करते हैं. कई बार इस गलती का खामियाजा आने वाली पीढ़ियों को भी उठाना पड़ता है.
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